कोरोना के बचाव को लेकर नो अग्नि कुंडों के बीच खड़े होकर 41 दिन की तपस्या महंत ने की पूर्ण
बहरोड़,अलवर
बहरोड़ - कस्बे के नजदीकी गांव तलवाड में तुलसीदास जी आश्रम में महंत कैलाश गिरी महाराज ने 28 मई से कोरोना के बचाव को लेकर सरकार की गाइडलाइन की पालन करते हुए नो अग्नि कुंडों के बीच खड़े होकर तपस्या की है महंत धर्म गिरी महाराज नगला रूध मंदिर ने बताया कि क्षेत्र में बढ़ते हुए कोरोना के संकट को देखते हुए 28 मई से 7 जुलाई तक कठोर तपस्या की है जिसका परिणाम यह है कि मंदिर के आसपास के गांव में कोई भी व्यक्ति कोराना पॉजिटिव नहीं पाया गया । अरुण भारती बबेड़ी मंदिर के महंत ने बताया कि 41 दिन की कठोर तपस्या करने के बाद मंदिर में हवन यज्ञ किया गया और प्रसाद वितरण किया गया।
गांव के योगेश शर्मा, धर्मेंद्र यादव, गोलिया यादव, मोनू प्रजापत ने बताया कि 6 गांव के बीच तुलसीदास जी महाराज का यह मंदिर बड़ा ही अनूठा मंदिर है जिसके महंत हमेशा ही युवाओं को पढ़ाई लिखाई के साथ हमेशा कठोर परिश्रम करने की बात कहते रहते हैं । साथ ही खेलकूद मे भी युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं और मंदिर परिसर में ही युवाओं को खेलने के लिए कबड्डी ग्राउंड, दौड़ने के लिए ट्क और मंदिर में स्पेशल जिम लगा रखी है। मंदिर परिसर में युवाओं को कोरोना काल के चलते महंत में 41 दिन की खड़ी तपस्या की है इस दौरान महंत ने ना ही तो अन्य ग्रहण किया है और खड़े-खड़े ही सोना, खाना, पीना सब कुछ खड़े होकर ही किया है। समापन के दिन महंत कैलाश गिरी ने तुलसीदास महाराज की मूर्ति के सामने मत्था टेक क्षेत्र की कुशल मंगल की कामना की इस दौरान संदीप चौधरी सरपंच, रामफल सरपंच, विजय सिंह सरपंच, सूबेदार रोहताश कुमार, देवेंद्र रैया, लालाराम यादव, फुल सिंह सेक्रेटरी सहित अनेक लोग मौजूद रहे
- संवाददाता योगेश शर्मा की विशेष रिपोर्ट