धरने के 80 दिन बाद भी आदिबद्री में खनन बंद नहीं होने पर ब्रजवासी व संतों में आक्रोश
अब सभी खानों के घेराव का किया ऐलान
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) आदि बद्री और कंनकाँचल पर्वतों पर खनन माफियाओं के आतंक से क्रुद्ध संतो व ब्रजवासियों ने धरने के 80 वे दिन सोमवार को धरना स्थल पसोपा पर इस मुद्दे को लेकर एक विशेष बैठक बुलाई। जिसमें पूर्व विधायक गोपी चंद गुर्जर, राधा कान्त शास्त्री, सुल्तान सिंह, संत नारायण चैतन्य, दीनदयाल दास, बाल कृष्णदास ,सुशील कृष्ण दास,निवृत्तीदास ,सरपंच जलाल खा ने अपने अपने विचार रखे।
बैठक में सर्व सम्मति से इस बात पर बल दिया गया कि शासन प्रशासन से 10 अप्रैल तक दोनों दिव्य पर्वतों को खनन मुक्त करने की बात कही गई थी परंतु जिला प्रशासन द्धारा अभी तक न तो कोई इस तरह के प्रस्ताव सरकार को भेजे गए हैं और ना खनन ही बंद हुआ है। लिहाजा अब कुछ कहने का समय नहीं है।अब हमे अपने पूर्व निर्णय के अनुसार अपार जनसमूह के साथ खनन क्षेत्र का घेराव करना ही पड़ेगा। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 11 अप्रेल को सभी गांवों के प्रमुखों सरपंचों व साधुसन्तों की बड़ी पंचायत की जाएगी जिसमें घेराब के कार्यक्रम की रूप रेखा को अंतिम रूप दिया नायेगा। इसके पश्चात दोनों पर्वतों को खननमुक्त करबाकर ही दम लिया जाएगा।