पंचायत समिति की भूमि को राजस्व रिकार्ड में ईदगाह में किया दर्ज, कस्बा वासियों ने जताया कड़ा एतराज एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
कस्बां के पटवार हल्का नम्बर ३ के खसरा संख्या ६७७,६७८,६७९,६८१ जो पूर्व में मकमूजा पंचायत समिति कामां राजस्थान सरकार के नाम दर्ज था। लेकिन राजस्व विभाग लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों ने वर्ष २०११-१२ में सैटलमेन्ट की नई जमाबंदी में संवत २०६९-७२ राजस्व रिकार्ड परिवर्तन करते हुए पंचायत समिति की भूमि को ईदगाह में दर्ज कर दिया गया है।
कामां,भरतपुर (हरिओम मीणा) --.
राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के चलते पंचायत समिति कार्यालय भवन व परिसर की भूमि को राजस्व रिकार्ड किस्म परिवर्तन करते हुए ईदगाह में दर्ज कर दिया है। मामला उजागर होने के बाद जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों हडकम्प मच गया है। वहीं दूसरी और मामले को लेकर कस्बा वासियों में विरोध के स्वर उभरने लगे हैं कस्बा वासियों सहित डांग विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जवाहर सिंह बेढम व पूर्व मंत्री मदनमोहन सिंघल, सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा, बजरंग दल के प्रांत गौ रक्षा प्रमुख रामेश्वर गुर्जर कलावटा ने भी कड़ा एतराज जताया है वही मामले को लेकर पूर्व डांग विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जवाहर सिंह बेढम के नेतृत्व कार्यकर्ताओ,स्वयंसेवी व सामाजिक संस्थाओं ने मुख्यमंत्री के नाम कामां एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर पंचायत समिति की भूमि को राजस्व रिकॉर्ड पंचायत समिति मे हीं दर्ज करने की मांग की है
मिली जानकारी के अनुसार कामां कस्बां के पटवार हल्का नम्बर ३ के खसरा संख्या ६७७,६७८,६७९,६८१ जो पूर्व में मकमूजा पंचायत समिति कामां राजस्थान सरकार के नाम दर्ज था। लेकिन राजस्व विभाग लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों ने वर्ष २०११-१२ में सैटलमेन्ट की नई जमाबंदी में संवत २०६९-७२ राजस्व रिकार्ड परिवर्तन करते हुए पंचायत समिति की भूमि को ईदगाह में दर्ज कर दिया गया है। जबकि उक्त भूमि पर करीब चालीस वर्ष से पंचायत समिति कार्यालय,बीडिओ निवास,राजीव गांधी सेवा केन्द्र,नरेगा भवन,कृषि विभाग,महिला बाल विकास परियोजना कार्यालय,शिक्षा विभाग आदि के कार्यालय व भवन बने हुए है। इसके अलावा कस्बे के बस स्टैण्ड के समीप खसरा नम्बर ६७६ जो पूर्व सांड़ घर बेसहारा गौवंशो के ठहराव की भूमि थी इस भूमि को इन लापरवाह अधिकारियों के द्वारा व्यवसायिक भूमि में दर्ज कर राजस्व रिकार्ड हेरीफेरी कर दी है। ये भी स्थानीय प्रशासन के लिए बड़ा सिरसर्दी पैदा कर सकती है| उल्लेखनीय है कि
पूर्व में राजस्व विभाग के कर्मचारी व अधिकारियों की लापरवाही के परिणाम स्वरूप क्षेत्र में कई फसाद हो चुके है राजस्व रिकार्ड में हुई मानवीय भूल के चलते गोपालगढ़ कांड भी हो चुका है। राजस्व विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते क्षेत्र की जनता को खामियाजा भुगतना पड़ चुका है |
डांग विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जवाहर सिंह बेढम व पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंघल का कहना है कि क्षेत्र के चुने हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा सुनियोजित तरीके से ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों से छेड़छाड़ की जा रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा पूर्व में भी ब्रजनगरी कामवन का नाम बदलकर ब्रज मेवात करने का प्रस्ताव नगर पालिका मंडल की बैठक में रखा था तब भी कस्बे वासियों ने पुरजोर विरोध किया था उसके बाद नगर पालिका द्वारा ऐतिहासिक डीग गेट को जेसीबी की सहायता से तोड़ दिया गया जिसको लेकर भी कामा कस्बे की जनता में नाराजगी व्याप्त है बेढम का कहना है कि इस तरह धार्मिक, ऐतिहासिक, सरकारी भूमियों की किस्मों में छेड़छाड़ व उनके अस्तित्व से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सुनियोजित साजिश के तहत ब्रज संस्कृति को मिटाने का कुत्सित प्रयास किया गया तो उसका करारा जवाब दिया आएगा क्षेत्र की जनता को जन आंदोलन करना पड़ेगा| वही मामले को लेकर एसडीएम विनोद कुमार मीणा का कहना है कि मामला जानकारी में आया है भाजपा कार्यकर्ताओं ,स्वयंसेवी संस्थाओं, व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपा है सोमवार को राजस्व विभाग के अधिकारियों से रिकॉर्ड मंगवा कर मामले की जांच की जाएगी यदि ऐसा हुआ है तो उसका शुद्धिकरण करवा दिया जाएगा |
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा ने बताया कि पंचायत समिति की भूमि का किस्म परिवर्तन कर ईदगाह दर्ज करने के साथ साथ ही साथ सांडघर की भूमि को भी सुनियोजित तरीके से रिकॉर्ड में हेराफेरी कर व्यावसायिक श्रेणी में दर्ज कर दिया गया है इसके पीछे भी कोई सुनियोजित साजिश लग रही है मिश्रा का कहना है कि प्रशासन से मांग की गई है कि सांड घर व पंचायत समिति की भूमि को शुद्धिकरण पंचायत समिति और सांड घर के नाम दर्ज किया जाए मिश्रा ने बताया कि जल्द ही इन भूमियों को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की जाएगी| वही मामले को लेकर विधायक जाहिदा खान ने भी प्रेस नोट जारी कर जानकारी दी है कि मामले में मानवीय भूल हुई है राजस्व विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेकर शुद्धिकरण करवा दिया जाएगा| क्षेत्र का सांप्रदायिक सौहार्द नहीं बिगड़ने दिया जाएगा|