दो गांवों में धराशायी हुए पाटोरपोश घर, एक के नीचे पूरा परिवार दबा, दूसरी के नीचे पालतू पशु दबे
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/राजीव झालानी)। बयाना उपखंड क्षेत्र के दो अलग अलग गांवों में बीती रात्रि को कडकडाती सर्दी में दो पाटोरपोश घर टूटकर धराशायी हो गए। जिससे एक पाटोरपोश घर में सोए परिवार के सभी सदस्य दबकर घायल हो गए। वहीं एक पाटोरपोश घर में बंधे पालतू पशु दबकर घायल हो गए। गांव धाधरैन में बीतीरात्रि को वहां के सुगरसिंह प्रजापत का पाटौरपोश घर अचानक टूटकर धराशायी हो गया। जिसके नीचे सुगरसिंह व उसकी दिव्यांग पत्नी गीता और 16 वर्षीय पुत्री हेमलता दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें अन्य ग्रामीणों के सहयोग से उपचार के लिए बयाना के अस्पताल लाया गया। जहां गहन उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल भरतपुर रैफर कर दिया गया। घायल पति पत्नी की हालत ज्यादा गंभीर होने के कारण उन्हें जयपुर रैफर किया जाना बताया ह। जबकि उनकी बेटी का भरतपुर के अस्पताल में उपचार चलना बताया है। यह परिवार बहुत ही गरीब बताया है और उसे अभी तक किसी भी सरकारी योजना का लाभ नही मिल सका है। सूचना पर हलका पटवारी ने मंगलवार को गांव पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया। समाचार लिखे जाने तक पीडित परिवार को किसी की भी ओर से कोई सहायता नही मिल सकी है। जिससे परिवार के अन्य सदस्य कडकडाती सर्दी में भी खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। पाटोरपोश की छत गिरने से घायल हुए परिवार के सदस्यों के खून से उनके बिस्तर, कपडे बुरी तरह लथपथ हो गए थे। गांव निवासी समाजसेवी अमरलाल मास्टर व गुलशन मीणा ने पीडित परिवार को विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाए जाने व प्रधानमंत्री आवास योजना से उनका पक्का आवास बनवाए जाने की भी मांग की है। इसी प्रकार गांव सिंघाडा में वहां के केदार गुर्जर का पाटोरपोश आश्यिाना अचानक टूटकर धराशायी हो जाने से एक पालतू प्शु की मौके पर ही मौत हो गई व दो दुधारू भैंसो सहित तीन पशु गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनका पशुपालन विभाग की टीम की ओर से उपचार किया जा रहा है।