केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विधेयक को लेकर कांग्रेस व भाजपा का राजनीतिकरण किसान को गुमराह करने के प्रयास: राना ठाकुर
जयपुर,राजस्थान
जयपुर । आजाद मंच भारत ए सिविल सोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष राना ठाकुर ने केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयक को लेकर चल रहे बयान बाजी भाजपा कृषि विधायक को लाभदायक वहीं कांग्रेस किसान विरोधी हानि प्रद के बयानबाजी करके राजनीतिकरण के प्रयास को आमजन को गुमराह पूर्ण करने वाला बताया है । राना ठाकुर ने ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान बिल को लेकर चल रहे राजनीतिक घमासान की निंदा की है और इसे आमजन की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए भाजपा - कांग्रेस का राजनीतिक षड्यंत्र करार दीया है।
उन्होंने कहा भाजपा के नेता इसे किसानों के लिए फायदेमंद वरदान बता रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इसे किसान विरोधी करार दे रही है।
भाजपा तथा कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता पार्टी कार्यकर्ता इस किसान बिल को लेकर रोज बयान बाजी कर रहे हैं। किसान हो रहे हैं गुमराह, वास्तव में किसान को नहीं इस बिल के लाभ हानि का पता, राना ठाकुर ने कहा कि आखिर ऐसा क्या है इस बिल में जो किसान समझ नही पा रहा राणा ने तीन महत्वपूर्ण सवाल किये
1 - क्या यह बिल स्वामी नाथन कमेटी के प्रारूप को पूरा करता है ?
2- कांट्रेक्ट फार्मिग क्या है क्या किसान इसे समझता है कहीं यह धोखा तो नही होगा ?
3-- समर्थन मूल्य पर कानून बनाने में हर्ज क्या है ?
वास्तविकता यह है कि वास्तव में जो किसान हैं उनको इस विधेयक से क्या लाभ , हानि होंगे किसी की समझ में नहीं आ रहा है। केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयक को लेकर लोग अभी अनजान नजर आ रहे हैं और पार्टियां और अधिक गुमराह करने के प्रयास कर रही है। इस संबंध में आजाद मंच भारत राष्ट्रीय संगठन द्वारा केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिल की नीतियों को सार्वजनिक करने की मांग की है। ताकि आम व्यक्ति व किसान के समझ में आ सके केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विधेयक से वास्तव में किसान को क्या लाभ या हानि होंगे । तभी आम जन व किसान द्वारा वास्तविक इस कृषि विधेयक की समीक्षा संभव है।