राकेश टिकेट पहूंचे राजस्थान हरियाणा बॉर्डर, तूफान से हुए नुकसान की ली जानकारी
ताउ-ते तूफान के चलते राजस्थान हरियाणा बॉर्डर किसान आंदोलनकारियों के उखड़े टेंट, फिर भी मजबूत इरादो के साथ डटे रहे किसान
बहरोड (अलवर,राजस्थान/ योगेश शर्मा) राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर कृषि कानून बिलो के विरोध के चल रहे किसान आंदोलन में दो दिन पहले आये ताउते तूफान के चलते किसानो के उखड़े टेंटो व बारिस में सामान भीगने के बाद खराब हो गया था । जिसके बाद आज किसान नेता राकेश टिकैत राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचे और किसान नेताओं से बातचीत कर तूफान व बारिस से हुए नुकसान की जानकारी ली। मीडिया से बातचीत करते हुए राकेश टिकेट ने कहा कि तूफान से हुए नुकसान की जानकारी लेने आया हूँ । साथ ही खाने रहने का सामान भी किसानों के पास पहुंचाया जाएगा । किसान आंदोलन को अभी 6 महीने ही हुए है पर किसान पीछे हटने वाले नही है । जब तक कृषि कानून बिलो को केंद्र सरकार वापिस नही लेती है तब तक किसान धरने पर बैठे रहेंगे ।
टिकेट ने कहा कि बारिस से टेन्ट तंबू उखड़े है अबकी बार पक्की दीवार बनाकर टीन डाली जाएगी । कोरोना के सवाल पर टिकेट ने कहा कि कोरोना का रास्ता अस्पताल जाता है जबकि किसानों का रास्ता पार्लियामेंट जाता है । किसान आंदोलन से बहुत कुछ सीखने को मिला है । किसान दोबारा आंदोलन को तेज करेंगे । इस दौरान कोरोना गाइड लाइन का भी किसानो ने पालन नही किया । एक दूसरे के सट कर खड़े रहे ।