नव ग्रह के शांति के लिए नो पत्तों वाले विल्व पत्रों से भगवान शिव का किया रुद्राभिषेक
5 शिवालयों पर एक साथ भगवान शिव का नो पत्तों वाले बिल्ब पत्रों से रुद्राभिषेक संपन्न
भीलवाड़ा (राजस्थान/ रानू शर्मा) 9 पत्तों वाले बिल्ब पत्रों को नवग्रह का प्रतीक माना जाता है नव में पूर्णता होती है नव ग्रह को शांति एवं घर में खुशहाली हेतु सर्व सुखाय की भावनाओं को लेकर भीलवाड़ा शहर में 5 शिवालयों में नो पत्तों वाले बिल्व पत्रों से शुक्ल पक्ष श्रावण चतुर्दशी के दिन एक साथ रुद्राभिषेक किया गया, मीडिया प्रभारी महावीर समदानी ने बताया कि कांटिया वाला बाबा आश्रम में महंत बनवारी शरण ,पंचमुखी दरबार रामगिरि महाराज, जंगजीत महादेव शिवालय, रपट के बालाजी बलराम दास महाराज एवं निंबार्क आश्रम गांधीनगर में महंत मोहन शरण महाराज के सानिध्य में पांच स्थानों पर शिवालयों में एक साथ नो पत्तों वाले बिल्व पत्रों से रुद्राभिषेक कराया गया पांचों स्थानों पर 9 पत्तों वाले बिल्व पत्र को भगवान शिव के चढ़ाने के बाद भक्तों को वितरित किए गए शिव नुवाल द्वारा दुर्लभ रूप से लुप्त प्राय मिलने वाले 9 पत्तों के बिल्व पत्र जावदा के पास अरावली पर्वत माला जंगल से 2 हजार बिल्व पत्र मंगवाए गए हैं इस अवसर पर संजय जागेटिया ,तुलसी सकरानी ,दिनेश पटवारी, सुनील पाठक आदि उपस्थित थे