आयुर्वेदिक नोडल अधिकारियों की मांग पर विधायक खैरिया ने जारी की 5 लाख रुपए की राशि
आयुर्वेदिक चिकित्सा भी कोरोना उपचार में कारगर - दीपचन्द खैरिया
किशनगढ़बास (अलवर,राजस्थान/ गोल्डी गरेवाल) पूरी दुनिया मे कोरोना की हाहाकार है ,उपचार के लिए लोग अस्पतालों में भाग रहे हैं, जहाँ बेड और ऑक्सीजन की किल्लत हो रही है । देश मे संसाधनों की कमी नही है उसके बावजूद समस्या आ रही है । वहीं विधायक दीपचन्द खैरिया ने लोगों से अपील है कि संयम और धैर्य रखें, घबराएं नहीं । बचाव सबसे बड़ा उपाय है,मास्क का उपयोग करें और पर्याप्त दूरी बनाकर रखें । घर पर रहे और नियमित दिनचर्या से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर कोरोना से बचाव करें । विधायक खैरिया के मीडिया प्रभारी सुनील कान्त गोल्डी ने बताया कि आयुर्वेदिक नोडल अधिकारी किशनगढ़बास डॉ सोमपाल एवम नोडल अधिकारी कोटकासिम डॉ अरुण मुदगल ने विधायक खैरिया से मिलकर विभाग के कार्यों की रिपोर्ट दी और समस्या से भी अवगत कराया। अधिकारियों ने मांग कि कोरोना से लड़ने के लिये आयुर्वेदिक औषधालयों को संशमनी वटी , त्रिभुवन रस, आयुष क्वाथ, फ़ीफ़ाट्रोल , स्टीमर, ऑक्सीमिटर आदि औषधि एवम उपकरणों की आवश्यकता है, जिसके लिए बजट नही है । कोरोना के उपचार में आयुर्वेदिक दवाओं की उपयोगिता और आवश्यकता को देखते हुए विधायक ने अपने कोष से औषद्यालयों के लिये 5 लाख की राशि की स्वीकृति तत्काल जारी करते हुए गुणवत्तापूर्ण औषधियों की खरीद कर जनहित में कोरोना बचाव हेतु इनका उपयोग करने के निर्देश दिये। साथ ही विधायक ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिये लोगों का आयुर्वेद के प्रति झुकाव हुआ है और रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोग आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग कर रहे हैं जिससे इन औषधियों की खपत कई गुणा बढ़ गई है।