सोनोग्राफी मशीन का किया लोकार्पण, मिलेगी सुविधा व राहत
बयाना,भरतपुर
बयाना 24 जून। बयाना के राजकीय रैफरल अस्पताल में कल्याणम परोपकारी ट्रस्ट की ओर से स्थापित कराई गई नई सोनोग्राफी मशीन व उससे संबंधित अन्य उपकरणों का बुधवार को भरतपुर के जिला कलैक्टर नथमल डिडेल ने लोकार्पण करते हुए कहा कि स्वास्थ्य व शिक्षा सेवाओं के विस्तार और सुदृढीकरण जैसी योजनाओं को आगे बढाने व अधिक उपयोगी बनाने के लिए जनसहयोग व भामाशाहों की भागीदारी की भी आवश्यकता है। इससे लापरवाही की भावना के बजाए सरकारी सेवाओं से लोगों का जुडाव भी बढेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से प्रदेश में कोरोना जागरूकता अभियान की शुरूआत की गई है। जिसकी केवल पालना मात्र कर हम सभी लोग कोरोना संक्रमण नियंत्रण के उपायों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उन्होंने कहा कि जब तक हम कोरोना से बचने के उपायों को नही अपनाऐंगे तब तक कोरोना की चैन तोडना और कोरोना हराना असंभव होगा। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा व चिकित्सा सेवाओं को बेहतर व सभी के लिए उपयोगी बनाने के विशेष प्रयासों के साथ ही सरकार का यह भी प्रयास है कि बेघरों को घर और कोई भी भूखा ना रहे जिसके लिए अनेकों जनकल्याणकारी योजनाऐं चलाई गई है। कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला कलैक्टर राजेश गोयल ने की। उपखंड अधिकारी सुनील आर्य, विधायक अमरसिंह, भाजपा प्रत्याशी रही डाॅ.रितु बनावत, युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रिषी बंसल, सहित अन्य अधिकारी आदि भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन चिकित्सा प्रभारी अधिकारी डाॅ.भरतमीणा ने किया। इस दौरान ट्रस्ट के अध्यक्ष विनय अग्रवाल ने बताया कि करीब 7 लाख रूप्ए की लागत से स्थापित की गई सोनोग्राफी मशीन के संचालन व रखरखाव से संबंधित सभी व्यवस्थाऐं भी ट्रस्ट की ओर से की जाऐंगी। इस दौरान जिला कलैक्टर ने इस ट्रस्ट की ओर से अस्पताल परिसर में 35 लाख की लागत से बनवाए गए आधुनिक सेमी आईसीयू वार्ड का भी अवलोकन कर ट्रस्ट की ओंर से किए जा रहे सहयोग की सराहना की। गौरतलब रहे बयाना के राजकीय अस्पताल में करीब एक दशक से सोनोग्राफी मशीन लगवाए जाने की मांग नागरिको व विभिन्न संगठनों की ओर से की जा रही थी। चुनावों के समय यह मांग हमेशा चुनावी मुद्दा भी बनती थी और इसके नाम पर प्रत्याशी वोट लेकर चुनाव जीतने के बाद भूल जाते थे। सोनोग्राफी मशीन के अभाव प्रसूता महिलाओं व अन्य मरीजों को आगरा जयपुर या भरतपुर जाना पडता था। जिससे उनके समय व धन के अपव्यय के साथ ही काफी तकलीफों का भी सामना करना पडता था।
बयाना संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट