राज्य स्तरीय अमरूद महोत्सव-2021 मे आधुनिक यन्त्र की बागवानी एवं अमरूद प्रर्दशनी को देखने उमडे किसान
भरतपुरियां अमरूद ने लखनऊ-49 अमरूद को स्वाद व गुणवक्ता में हराया, मोरदा के गम्भीर ने प्रथम,गोविन्दपुरा के भगवानसिंह ने द्वितीय एवं जटवलाई के हेतीसिंह ने तृतीय स्थान किया प्राप्त
भुसावर (भरतपुर,राजस्थान/ श्याम सुंदर वर्मन) लुपिन फाउन्डेषन भरतपुर की ओर से उपखण्ड वैर के गांव नयावास-कोटापटटी स्थित श्री नारायण फार्म पर लुपिन अमरूद महोत्सव-2021 के अन्तर्गत द्वितीय राज्य स्तरीय अमरूद महोत्सव मनाया गया,जिसके मुख्य अतिथि लुपिन के अधिषासी निदेषक सीताराम गुप्ता रहे, अध्यक्षता गांधी स्मृति संस्थान नई दिल्ली के निदेषक डाॅ.बसन्त कुमार ने की। जबकि नगर पालिका वैर के चेयरमेन विष्णु कुमार महावर, पूर्व चेयरमेन मुकेष सैनी, आरपीएम डाॅ.राजेष षर्मा, एसीपीएम डाॅ.भीमसिंह, पूर्व जिला प्रमुख द्वारिकाप्रसाद गोयल, पूर्व जिला परिषद सदस्य इन्दलसिंह जाट, किसान क्राप्ट के प्रबन्धक गगन गुप्ता व उद्यान विभाग के वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक पप्पूसिंह धाकड रहे। वक्ताओं ने अमरूद की बागवानी,आधुनिक कृषि यन्त्र,प्राकृतिक बागवानी व खेती पर प्रकाष डाला। लुपिन के ई.डी. सीताराम गुप्ता ने कहा कि प्राकृतिक बागवानी व खेती की पैदावार से मानव जीवन निरोगी होता है और पर्यावरण का वातावरण षुद्व रहता है।
प्राकृतिक बागवानी व खेती को बढावा देन के लिए सितम्बर 2019 में सेवर-भरतपुर पर आवासीय छह दिवसीय प्राकृतिक खेती-बागवानी का अन्तर राष्ट्रीय षिविर लगवाया,जिसमें दस देष सहित भारत के 22 प्रान्त सहित स्थानीय करीब 10 हजार किसान, कृषि विषेषज्ञ आदि षामिल हुए। प्रषिक्षण के बाद गांव छौंकरवाडा कला में जिले के रहे पूर्व जिला प्रमुख द्वारिकाप्रसाद गोयल, गांव पना, बल्लभगढ, चिकसाना आदि पर अनेक किसान प्राकृतिक बागवान व खेती कर रहे है। उन्होने कहा कि अमरूद की बागवानी को बढावा देने के उददेष्य से साल 2020 से प्रतिसाल लुपिन अमरूद महोत्सव मनाया जा रहा है,पहला महोत्सव गांव मोरदा में तथा दूसरा गांव नयावास में मनाया गया। गांधी स्मृति संस्थान के निदेषक बसन्त कुमार ने कहा कि कृषि को बढावा देने के लिए लुपिन बागवानी व खेती करने वाला किसान की मदद कर रही है आज लुपिन ने भरतपुर जिले के वैर, भुसावर, बयाना उपखण्ड के अमरूद, नींबू, आंवला, मिर्ची आदि को अनेक देश की मण्डियां एवं बाजार में पहुंचा दिया,जिससे भरतपुर जिले की बागवानी जगत में पहचान बनने लगी है। लुपिन के आरपीएम डाॅ.राजेष षर्मा एवं एसीपीएम डाॅ.भीमसिंह ने बताया कि अमरूद महोत्सव के अन्तर्गत हुई अमरूद फल प्रतियोगिता में राज्य के 22 किसानों ने भाग लिया
जिसमें भरतपुरिया अमरूद ने इलाहाबाद व लखनऊ के अमरूद को स्वाद व गुणवक्ता में पछाड दिया। प्रतियोगिता में गांव मोरदा के किसान गम्भीरसिंह प्रथम,गोविन्दपुरा के भगवानसिंह ने द्वितीय तथा गांव जटवलाई के होतीसिंह सरपचं ने तृतीय स्थान प्राप्त किया,वहीं गांव गोठरा के मन्टूलाल, खोहरा-आगरा के भगवानसिंह, गांव नयावास के जादूसिंह को सर्वश्रेष्ठ किसान का अवार्ड मिला।
द्वारिका अमरूद की चर्चाए:- गांव छौंकरवाडा कलां निवासी एवं पूर्व जिला प्रमुख द्वारिकाप्रसाद गोयल के अमरूद एवं आवलां बागवानी की चर्चाए सर्वाधिक होती नजर आई,जिन्होने जैविक कृषि पर बागवानी करने का प्रमाण पत्र प्राप्त है, जो बिना कीटनाशक व रसायन खाद के बागवानी करते है। साथ प्राकृतिक बागवानी व खेती भी करते है। गोयल भरतपुर जिले में जैविक बागवानी व खेती करने वाले निजी क्षेत्र में पहले व्यक्ति है।
काले बादशाह ने मनमोहा :- गांव छौंकरवाडा कलां एवं मोरदा के काला बादषाह अमरूद ने किसान एवं अन्य व्यक्तियों को मन मोह लिया,जिसका पेड भी काला और फल भी अन्दर-बहार से काला है। जिसके मिठास व स्वाद को देख उत्सव की दावत में सलाद की स्टाईल पर अपना स्थान कायम करने लगा है।