कोरोना काल में आइसक्रीम का व्यवसाय दो साल से चौपट,सरकार का ध्यान नहीं भूखे रहने की नौबत सरकारी पैकैज की आशा
गुरलाँ (भीलवाड़ा,राजस्थान/ बद्रीलाल माली) भीलवाडा जिले के अधिकाशं लोग राजस्थान सहित अन्य राज्यों में अपने घर खर्चों के लिए आइसक्रीम का व्यापार करने के लिए जाते हैं और अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए कमा कर लातें है परन्तु दो साल से कोराना महामारी के दौरान लॉकडाउन की पालना करने के दौरान आइसक्रीम का धन्धा बन्द होने से परिजनों का भरण-पोषण करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है
राजस्थान में रोजगार में आइसक्रीम भी मुख्य साधन है जहां अन्य राज्यों ने एेसे मजदूरी करने वाले के लिए आर्थिक पैकेज जारी किया हुआ है राजस्थान के आइसक्रीम वोले भी अपने लिए मोदी सरकार व गहलोत सरकार से माग कर रहे हैं कि हमारे लिए भी आर्थिक पैकेज की घोषणा की जाए जिससे परिवार के सदस्य को भरण-पोषण मे सहयोग मिलेगा
एकलिंगपुरा के पप्पू सेन ने कहा कि आइसक्रीम के लिए उधार रूपये लेकर टेंपो व लारी बनाईं अब कोरोना काल में सरकारी गाईडलाइन्स के कारण व्यवसाय बन्द है परिवार का खर्चा चलाना भी मुश्किल हो रहा है और उधार के पैसे वापिस करने भी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है मेरे जैसे और कई लोग हैं मेरे को मिडिया से आस लगा रखी की हमारी बात आगे तक पहुंचने में सफल होंगे
दो साल आइसक्रीम वाले घर बैठे है इनका नहीं तो कोई काम धंधा है और नहीं कुछ दूसरा काम कर सकते है अभी सभी आइसक्रीम वाले इतने बेबस है की किसी को कुछ बोल भी नहीं सकते क्यों की यही रहने वाले तो अपना गुजारा कर रहे है उनको तो आइसक्रीम वाले साल भर बाहर ही रहते हैं वह यहां कुछ भी काम नहीं कर सकते और इनकी आमदनी 2 साल से ठप है थोड़ी बहुत नरेगा चल रही थी वह भी अभी आचार संहिता तो कभी कोरोना महामारी के कारण बन्द है और फिर अपने जान पहचान वाले के नाम लगाते हैं क्योंकि दो साल में जितना हुआ उतना लोगों से उधार लेकर जीवन गुजार रहे थे पर अब सब कामकाज बंद है तो उनको उधार भी पैसा कोई नहीं देता क्योंकि जब पहले वाले भी नहीं आए तो और क्या देंगे अब उनका इस साल जीवन गुजारना बड़ी मुश्किल हो जाएगा फिर आप समझते हो आगे क्या होने वाला है क्योंकि जब भी कोराना आता है आइसक्रीम का सीजन जनवरी से जून तक चलता है और इसी बीच लॉकडाउन भी हर साल लग रहा है तो वह कहां से पैसा लाएंगे और क्या करें उम्मीद थी इस बरस सब ठीक ठाक चलेगा पर इस बार भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो एक लाख से दस लाख रुपए का लोन लेकर टेंपो बनाया उसकी किस्तें जमा नहीं हो पा रही है रेस्टोरेंट में सभी जगह पर होम डिलीवरी चालू है वैसे ही आइसक्रीम वाले के लिए शुरू की जाए जैसे महाराष्ट्र व दिल्ली सरकार ने अलग अलग व्यवसाय के हिसाब से आर्थिक सहायता दी जा रही है राजस्थानप के व्यवसायी भी आर्थिक पैकेज की आशा संजोए हुए है