नगर परिषद पर भृष्टाचार के लगाए आरोप, आमजन की समस्याओं की नही होती सुनवाई
भीलवाड़ा (राजस्थान/बृजेश शर्मा) उपनगर पुर जहां पुर की आम जनता मूलभूत सुविधा को लेकर तरस रही हैं वह नगर परिषद में भ्रष्टाचार के चलते बड़े-बड़े घोटाले आए दिन अखबारों में पढ़ने को मिल रहे हैं हाल ही में नवनियुक्त सभापति पाठक ने अपने कक्ष के बाहर जनता प्रतिनिधि लिखवा तो दिया है पर आमजन के वहां जाने पर उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है जबकि पूरे दिन वहां पार्षदों का डेरा लगा रहता है आमजन से उन्हें कोई सरोकार नहीं है सभापति महोदय द्वारा अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की कि कोई सुनवाई नहीं की जा रही है भाजपा गणेश मंडल वार्ड नंबर 1 के बुथअध्यक्ष रतनलाल आचार्य ने बताया कि उनके द्वारा पुर की आमजन की मूलभूत समस्याओं को लेकर कई बार सभापति व आयुक्त से लेकर जिला कलेक्टर तक कई बार आवाज उठाई जाने पर भी नगर परिषद में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार के चलते आमजन से संबंधित कोई भी कार्य नहीं किया गया वार्ड नंबर 1 में नगर परिषद द्वारा जारी नालियों के टेंडर को भी भ्रष्टाचारियों के मिलीभगत से गबन करने के उद्देश्य से अब तक कोई कार्य चालू नहीं किया गया तथा परिषद के विद्युत विभाग द्वारा हाल ही में कहीं पोल लगवाए जा रहे हैं जो आबादी क्षेत्र में नहीं लगा कर ऐसी जगह लगाए जा रहे हैं जहां जनता को उसकी जरूरत नहीं है तथा कहीं जगह राजनीतिक द्वेषता के चलते भी आमजन को मूलभूत सुविधाएं नालियां सड़कें तथा पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण पुर की बाल्मीकि कॉलोनी कच्ची बस्ती नई आबादी वह फकीर मोहल्ला व प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बसा नया जाटों का खेड़ा अन्य कहीं मोहल्ले हैं जहां पर उक्त मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई जा रही हैं जबकि परिषद द्वारा करोड़ों की बड़े-बड़े टेंडर जारी किए जा कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है परिषद द्वारा हाल ही में कहीं जगह है ट्यूबवेल भी खुदवाये गए लेकिन वहां पर भी काफी समय हो जाने के बाद भी मोटर लगवा कर कनेक्शन चालू नहीं किए गए जिससे जनता की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है नगर परिषद के कुछ अधिकारियों का कहना है कि सभापति महोदय ने आदेश दे रखा है कि बिना पार्षद व उनके अनुमति के कोई भी आमजन के कार्य नहीं किए जाएंगे पुर के कहीं पार्टी कार्यकर्ताओं आमजन में नगर परिषद के प्रति असंतोष व्याप्त है। आचार्य का कहना है कि नगर परिषद में भ्रष्टाचार के चलते आमजन की सुनवाई नही हो रही हैं ना कोई पार्टी कार्यकर्ताओं की तथा परिषद में आरटीआई कार्यकर्ताओं को भी सूचनाएं उपलब्ध नहीं करवाई जा रही हैं तथा प्रथम अपील करने पर भी प्रथम अपीलीय अधिकारी सभापति द्वारा अपीलार्थी को गुमराह किया जा कर सुनवाई हेतु निश्चित की गई तारीख पर सुनवाई नहीं की जा कर बार-बार घुमाया जा रहा है जिस पर आचार्य द्वारा आरटीआई विभाग से संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने पर उनके द्वारा सभापति से संपर्क करने को कहा जाता है लेकिन सभापति आर टी आई के नियमों की धज्जियां उड़ा कर नगर परिषद के भ्रष्टाचार में लिप्तता के चलते सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत चाही गई सूचनाएं उपलब्ध नहीं करवा कर बार बार गुमराह कर परेशान किया जा रहा है जिसके तहत आचार्य द्वारा की गई प्रथम अपील की सुनवाई दिनांक 25 नवंबर 2021 निश्चित की गई आचार्य को उक्त दिनांक पर 4:00 पीएम बजे उपस्थित होने का पत्र भेजा गया लेकिन उक्त दिनांक को प्रथम अपीलीय सुनवाई अधिकारी एवं उपस्थित नहीं हो कर पूर्व मुख्यमंत्री की रैली में उपस्थित थे जबकि आचार्य को उक्त समय नगर परिषद बुलाकर जानबूझकर परेशान किया गया उसके उपरांत भी आज तक प्रथम अपील की कोई सुनवाई नहीं की गई जिससे परेशान होकर आचार्य ने द्वितीय अपील मैं जाने का निर्णय लिया आचार्य ने कहा है कि नगर परिषद में भ्रष्टाचार व्याप्त हैं और जनता की सुनाई नही होती है , सभापति को अपने कक्ष के बाहर जन प्रतिनिधि की प्लेट हटा लेनी चाहिए तथा पार्षद सभा पति लिखवा लेना चाहिए।