शिक्षा का फल मिठा लेकिन जडे होती कडवी- सीताराम गुप्ता
भुसावर (भरतपुर,राजस्थान/ रामचंद्र सैनी) राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल लुधावई की ओर से भामाशाह एवं मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह तथा वार्षिक उत्सव-2021 का आयोजन लुपिन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता के मुख्य आतिथ्य एवं श्री बडे हनुमान लुधावई के महामण्डलेश्वर रामदास महाराज की अध्यक्षता में हुआ,जबकि मुख्य ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी हरेन्द्रसिंह,सेवर थाना प्रभारी अरूणसिंह,पार के सरपचं गम्भीरसिंह,पूर्व सरपचं जसवीरसिंह रहे। मुख्य अतिथि सीताराम गुप्ता ने कहा शिक्षा का फल अति मिठा होता है,लेकि शिक्षा की जडे भी अति कडवी होती है,जो शिक्षा की पहली सीढी पर कदम रखता है,उसे शिक्षा का मन्दिर डरावना और आनन्द में रूकावट वाला नजर आता है,जहां उसे परिवार के सदस्य नही बालपन के सखा और ज्ञान देने वाला गुरू मिलते है। जो बचपन में शिक्षा की पहली सीढी पर रखे कदम को दूसरी सीढी पर रख गया और गुरू के बताए मार्ग पर चल गया,वह शिक्षा के क्षेत्र में अग्रेणी रहेगा और ज्ञान के भण्डार से भरपूर होता चला जाऐगा। उन्होने कहा कि शिक्षा रूपी जीवन में जो विद्यार्थी शिक्षा की जड के कडवा को पी गया और गुरू के ज्ञान पर चल गया,उसे शिक्षा के मिठा फल की अवश्य प्राप्ति होगी और जीवन की सफलता हासिल होगी। उन्होने कहा कि आज के युग में शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थी को तकनीकी ज्ञान एवं स्वरोजगार से जुडे सूक्ष्म उद्योग,दस्तकारी आदि पर ध्यान देना चाहिए,जिससे वे भविष्य में बेरोजगार नही रह सके और सरकारी नौकरी प्राप्त नही होने पर स्वयं का रोजगार स्थापित कर सके। उन्होने कहा कि आज विद्यार्थी को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रेणी बनने के लिए अन्य विद्यार्थियों से शिक्षा की होड करनी चाहिए,जिससे उन्हे जीवन में सफलता प्राप्त हो सके। महामण्डलेश्वर रामदास महाराज ने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है,बिना शिक्षा प्राप्त किए कोई भी व्यक्ति अपनी परम ऊंचाई को नही छू सकता और जीवन में सफलता के कदम भी नही बढा सकता है। शिक्षा को महत्व दे,जो शिक्षा को महत्व देता है वह ही जीवन में सफलता प्राप्त करता है। थाना प्रभारी अरूणसिंह ने कहा कि शिक्षा एवं मेहनत एक ऐसी सुनहरी चाबी है,जो बन्द भाग्य के दरवाजा को बहुत आसानी से खोल देती है,जिसने शिक्षा एवं मेहनत को महत्व दिया,वह कभी असफल नही रहा,इसका इतिहास गवाह है। मुख्य ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी हरेन्द्रसिंह ने कहा कि संसार में शिक्षा हि सबसे बडा हथियार है,जिसके उपयोग से दुनियां को बदला जा सकता है,शिक्षावान व्यक्ति ही दुनियां के लिए संसाधन के साधन तैयार करते है,जिनका उपयोग देश की सेवा एवं समाज व परिवार के कल्याण में करना चाहिए। राउमावि लुधावई के संस्था प्रधान नीरजसिंह ने बताया कि विद्यालय के विकास एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सहयोग करने वाले तथा स्कूल के मेधावी बच्चों का सम्मान किया गया। वही स्कूल के बच्चो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी और 90 प्रतिशत अधिक अंक प्राप्त करले वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राउमावि महुआ के संस्था प्रधान नीलमणि चैधरी ,राजेन्द्र माहूरे,बबीतादेवी,उपेन्द्र मीणा आदि मौजूद रहे।