शिक्षक को गुरु बनने के लिए शिक्षार्थी के ह्रदय में उतरना होगा
बहरोड,अलवर
बहरोड- अखिल भारतीय साहित्य परिषद अलवर विभाग द्वारा प्रदेश संरक्षक डॉ विजय नागपाल के सानिध्य व प्रान्त अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश भार्गव की अध्यक्षता एवम क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ अन्नाराम शर्मा के मुख्य आतिथ्य में ऑन लाइन गुरु वन्दन कार्यक्रम व कवि सम्मेलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ अन्ना राम शर्मा ने शिक्षक व गुरु के अंतर को स्प्ष्ट करते हुए कहा कि शिक्षक को गुरु बनने के लिये शिक्षार्थी के ह्रदय में उतरकर उसके साथ एकाकार होना पड़ेगा वहीं क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री विपिन चंद्र पाठक ने गुरु शिष्य परम्परा को भारत का गौरव बताते हुए कोरोना संकट में सभी को समर्पण भाव से सेवा करने का आह्वान किया।मुख्य वक्ता प्रदेश महामंत्री डॉ केशव शर्मा ने गुरु शिष्य परंपरा में महान गुरुओं व उनके शिष्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
प्रान्त अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश भार्गव ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में वर्तमान के शिक्षक को शिक्षार्थियों में सांस्कारिक मूल्य विकसित कर अपने गुरुत्व को जाग्रत करने का आहवान किया। प्रान्त महामंत्री श्री जगदीश माली,अलवर जिला संयोजक डॉ पी के शर्मा व वरिष्ठ साहित्यकार श्री राकेश कुमार ने विशिष्ट अतिथि के रूप में सारगर्भित उदबोधन से श्रोताओं को लाभान्वित किया। इस अवसर पर आयोजित कविसम्मेलन में बहरोड़ इकाई से महामंत्री डॉ. अशोक मिश्रा द्वारा "गोविंद मिलाने वाले गुरुवर, प्रथम तुम्हे शत शत नमन" कविता का पाठ किया व डॉ. सविता गोस्वामी ने हरिगीतिका छंद में स्वरचित कविता "गुरु है बड़ा भगवान से यह बात सब है जानते" कविता के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त की। साथ ही बानसूर के वीर रस कवि सुरेंद्र यादव,कोटपूतली के धूड़ाराम पदम् व गुरुदयाल भारती,शाहपुरा से जिला अध्यक्ष श्री कमलकांत शर्मा, पावटा से जिला महामंत्री श्री गिरधारी सिंह गिरधर, अलवर के विभाग संयोजक श्री विनय भारद्वाज, श्री मति बीना गुप्ता व भिवाड़ी से डॉ नवनीता शर्मा ने कविताओं व गीतों के माध्यम से गुरु महिमा का गान किया।
- संवाददाता योगेश शर्मा की रिपोर्ट