रामचरित मानस प्रतियाेगिता के विजेताओ काे समाराेह पूर्वक किया सम्मानित
भगवान राम ही भारत की संस्कृतिः- बालकदास महाराज
कठूमर (अलवर, राजस्थान/ जीतेन्द्र जैन) भगतजी प्रचार मंडल के तत्वाधान में रामचरित मानस प्रतियोगिता के विजेताओ का सम्मान समाराेह बालकदास महाराज के सानिध्य मे समाराेह पूर्वक आयाेजित किया गया। समाराेह के मुख्य वक्ता बालकदास महाराज ने भगवान राम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहाॅ की राम के जीवन मे सबका जीवन समाहित है। उन्हाेने कहाॅ की भारत के चरित्र काे जानना है। ताे राम के चरित्र काे जानना हाेगा। भगवान राम ही भारत की संस्कृति है। उन्हाेने कहाॅ की भारत मे सूरज निकलने पहले राम राम बाेलते है। उन्हाेने कहाॅ गुरू के बिन संशय नही मिटता सकता। वही आयाेजक सुरेश खण्डेलवाल ने बताया की कठूमर के कोटा साइंस एकेडमी प्रांगण में रामचरित मानस प्रतियाेगिता के विजेताओ का सम्मान समारोह बालकदास जी महाराज के सानिध्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भूमिदत्त शर्मा ने की। उन्हाेने बताया की प्रतियाेगिता मे प्रथम स्थान पर रही गीता देवी काे सम्मान सरूप 2100 रू का चैक व रामचरित्र मानस, प्रशस्त्री पत्र व दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया गया। और द्वितीय स्थान पर रहे चतुर्भुज रोनीजा काे 1500 रू चैक व रामचरित्र मानस, प्रशस्ती पत्र व दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया गया। और तृतीय स्थान रहे बसंत कुमार खेड़ली काे 1100 रू का चैक व रामचरित्र मानस, प्रशस्त्री पत्र व दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया गया। वही महिला वर्ग में कठूमर की नेहा खंडेलवाल ने प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान कृष्णा कौशिक व तृतीय स्थान कविता बसंल सहित खेड़ली कस्बे से प्रथम स्थान सरला देवी, द्वितीय स्थान विजयलक्ष्मी जिंदल, तृतीय स्थान सरोज देवी शर्मा ने प्राप्त किया। इन सभी काे प्रतिभागी विजेता काे सम्मानित किया गया। इस मौके पर पंचायत समिति सदस्य पीकू शर्मा देवेंद्र जैन, सुभाष चंद शर्मा एडवोकेट, राकेश शर्मा, ओमप्रकाश खंडेलवाल सहित अनेक महिलाएं पुरुष गणमान्य लोग मौजूद रहे।