टोक्यो पैराओलम्पिक कांस्य पदक विजेता का बयाना में किया स्वागत सम्मान
जापान के टोक्यों में आयोजित पैराओलम्पिक खेलों में भारत की ओर से खेलकर कांस्य पदक जीतने वाले जेबलिन थ्रो खिलाडी सुदंर गुर्जर का रविवार को कस्बे के एक मैरिज होम में आयोजित समारोह में स्वागत सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जिला परिषद सदस्य सबोल गुर्जर ने की। समारोह में गुर्जर समाज के कई जनप्रतिनिधीयों व पंचायत समिती प्रधान मुकेश कोली एवं विधायक अमरसिंह एवं किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव सुरेंन्द्र कंसाना सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। जिन्होंने कांस्य पदक विजेता का फूलमालाऐं व साफे पहनाकर और प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मान करते हुए कहा कि सुंदर गुर्जर समाज ही नही बल्कि देश के गौरव है। जिन्हांेंने जापान में पैराओलम्पिक में अपना दमखम दिखाकर भारत को गौंरवांवित किया। वक्ताओं ने उन्हें गुदडी का लाल बताते हुए कहा कि निकटवर्ती हिण्डौन तहसील के गांव देवलेन के निवासी सुंदर गुर्जर ने अत्यधिक सीमित संसाधनों और बिना किसी प्रशिक्षण के अपना एक हाथ गंवा बैठने के बावजूद हिम्मत नही हारी और एकलव्य की भांति अपना लक्ष्य साधने में निरंतर लगे रहे थे। जिसका परिणाम स्वरूप वह विदेशों में भी अपने खेल प्रदर्शन से भारत का परचम लहराने में सफल रहे। समारोह को तालीयों की गडगडाहट के बीच संबोधित करते हुए पैराओलम्पिक विजेता सुंदर गुर्जर ने उपस्थित युवाओं को अपना लक्ष्य निर्धारित कर भविष्य को सजाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि उन्हे जेबलिन थ्रो खेलने का बचपन से ही शौक था वह अपनी खेल की धुन के चलते 10वीं कक्षा में तीन बार फेल भी हो गए थे। फिर भी अपनी खेल की धुन में निरंतर लगे रहे और ऐसी जीत व कुशलता हासिल की कि देश ही विदेशों में भी भारत का मान बढाया और इसी खेल के बूते उन्होंने पैसा भी कमाया और 10 वीं फेल होने के बावजूद सरकारी प्रतिष्ठित नौकरी भी पाई। खेलों व खिलाडीयों को प्रोत्साहन देने के लिए राजस्थान सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की। समारोह को अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।