विश्व ओज़ोन दिवस पर रामबास की वर्षा मीणा हुई सम्मानित
भाभा विज्ञान क्लब,बीम ऑफ साइंस व शांति फाउंडेशन गोंडा के संयुक्त तत्त्वाधान में आयोजित हुआ कार्यक्रम
मुंडावर (अलवर, राजस्थान/ संजय बागड़ी) भाभा विज्ञान क्लब बाबा मठिया,बीम ऑफ साइंस व शान्ती फॉउंडेशन गोण्डा के संयुक्त तत्त्वाधान में ओज़ोन दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में बच्चों ने पोस्टर बनाए व निबन्ध लेखन द्वारा ओज़ोन के महत्व को दर्शाते हुए ओज़ोन परत को बचाने का संदेश दिया। कार्यक्रम में मुंडावर तहसील की रामबास निवासी बीएससी में अध्यनरत छात्रा वर्षा मीना पुत्री शिवकुमार मीना को बेहतरीन पोस्टर बनाने पर संस्था द्वारा सम्मानपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
हर वर्ष 16 सितम्बर को विश्व ओज़ोन दिवस मनाया जाता है इस अवसर पर सुनील कुमार आनन्द ने बताया कि 1985 में सबसे पहले अंटार्टिका में ओजोन परत में हुए छिद्र को देखा गया था।हमारी पृथ्वी के वायुमंडल में ओजोन की एक परत है। यह मौसम को भी प्रभावित करती है। यह परत सूरज से आने वाली पराबैंगनी विकिरणों को अवशोषित कर उनके दुष्प्रभाव से हमको बचाती है। रमेश आनन्द ने बताया कि विकिरण पृथ्वी पर कई जीवित जीवों के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक होता है। पिछले सौ वर्षों में ओजोन परत मानव निर्मित रसायनों द्वारा लगातार क्षतिग्रस्त होती जा रही है जिसके बारे में विचार करना जरूरी हो गया है।
बालको में जागरूकता के साथ ओजोन की उपयोगिता भी समझ आएगी:– पिंकी देवी
शांति फाउंडेशन की पिंकी देवी ने बताया कि विशेष रूप से क्लोरोफ्लोरोकार्बन ओज़ोन परत को बहुत अधिक नुकसान पहुंचता है। प्रतियोगिता से बच्चों के अन्दर जागरूकता आएगी। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी बालक बालिकाओं को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।