बच्चों के जीवन की पहली पाठशाला मां होती है - ललिता मीना
आदिवासी मीना समाज के पांचवें प्रतिभावान छात्र छात्राओं का सम्मान समारोह आयोजित,217 प्रतिभाओं व 22 राजकीय सेवा में कार्यरत कर्मचारियों का सम्मान किया गया
नारायणपुर (भारत कुमार शर्मा)
नारायणपुर कस्बे के बाबा पुरुषोतमदास आश्रम में रविवार को आदिवासी मीना सेवा समिति वाल क्षेत्र नारायणपुर का पांचवां प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें समारोह की मुख्य अतिथि अलवर जिला उप प्रमुख ललिता मीना ने कहा कि बच्चों के जीवन की पहली पाठशाला मां होती जहाँ से बच्चों को संस्कार शिखाया जाता है। मां ही बच्चों को संस्कार देती है। बच्चों को शिक्षा जोड़ने गलत आदतों से नहीं उनको जिधर जोड़ेंगे उधर उस रास्ते पर चलेगा।समाज में अक्सर लोग अनायास इधर उधर भटकते रहते हैं इस लिए बालिका शिक्षा पर जोर देने का आह्वान किया है।युवा पीढ़ी शिक्षा का रास्ता भटककर नशा की ओर अग्रसर हो रहे हैं उनको रास्ते से भटकने नही दे समाज शिक्षित होगा तो समाज आगे बढ़ेगा यह बात प्रतिभा सम्मान समारोह में प्रतिभाओं व समाज के लोगों को संबोधित करते हुए जिला उप प्रमुख ने कहा।
उसके बाद प्रतिभा सम्मान समारोह को नेहड़ा विकास मंच के मूलचंद मीणा ने भी प्रतिभाओं को उनके लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने की सलाह दी और समिति के सदस्यों को धन्यवाद दिया जो अल्प समय में इतना बढ़ा कार्यक्रम आयोजित किया और समय समय पर इस तरह के आयोजन कर प्रतिभाओं का मनोबल बढ़ातें रहने की बात कही।उसके बाद समारोह को गंगा सहाय मीणा जेएनयू ने भी संबोधित करते हुए कहा कि जो भी समाज का इस तरह का आयोजन किया आदिवासी मीना सेवा समिति वाल क्षेत्र के अध्यक्ष मातादीन मीणा ने सभी का स्वागत किया और समिति का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।इस मौके पर मीना समाज के 217 प्रतिभाओं को सम्मानित कर उनको स्मृति चिह्न भेंट कर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। तथा राजकीय सेवाओं में कार्यरत 22 लोगों को माला पहनाकर सम्मानित किया व स्मृति चिह्न भेंट कर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। मंच का संचालन कृष्ण मुरारी मीणा ने किया।इस मौके पर बुद्धारा मीणा, श्रवण कुमार मीणा, पंचायत समिति सदस्य रेखा मीणा,शेर सिंह मीणा,सुमेर सिंह मीणा, मुरारी लाल मीणा, गिर्राज प्रसाद मीणा, गेंदालाल मीणा सहित समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।