स्लिप ऑफ़ टंग के लिए मशहूर विधायक के टिकट पर तलवार, भाजपा जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र से नए चेहरे को दे सकती है मौका
जहाजपुर (आज़ाद नेब) अपने भाषणों में जुबान स्लीप होने पर कई मर्तबा मीडिया व सोशल मीडिया की सुर्खियां बने स्थानीय विधायक गोपीचंद मीणा का टिकट खटाई में पड़ सकता है। क्योंकि भाजपा मे इस दफा विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों मे खासा परिवर्तन कर रही है ओर नये चेहरों को अधिक मौका मिलने के संकेत दिया है साथ ही क्षेत्र के अधिकतर स्थानीय भाजपाई विधायक के खिलाफ खड़े होते दिखाई दे रहे है।
भारतीय जनता पार्टी में इस बार दावेदारी जताने वाले नए चहरों में नगर पालिका चेयरमैन नरेश मीणा, एसटी मोर्चा जिलाध्यक्ष महेंद्र मीणा, कैप्टन मुकेश सिंह शक्तावत, भरत सिंह राठौड़, के नाम प्रमुखता से उभर कर सामने आएं है इनके अलावा भी टिकट की दावेदारी करने वाले सात उम्मीदवार और भी है। संभावना जताई जारी है कि जहाजपुर कोटडी विधानसभा क्षेत्र मीणा बाहुल्य होने की वजह से पार्टी किसी मीणा उम्मीदवार को ही टिकट दे सकती है। फिलहाल भाजपा में प्रमुख रूप से नरेश मीणा एवं महेंद्र मीणा के नाम चल रहे हैं इन दोनों में से किसी एक के नाम पर पार्टी मोहर लगाने की संभावना है। बाकी राजनीति में ऊंट किस करवट बैठता है यह भविष्य के गर्भ में है।
वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक भुपेंद्र ओझा के मुताबिक भाजपा मे इस दफा विधानसभा चुनाव उम्मीदवारों मे खासा परिवर्तन, नये चेहरों को अधिक मौका मिलने के संकेत दिए है। भाजपा हाईकमान के निकट भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक, भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा राजस्थान ओर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में गुजरात पेटर्न अपनाने की योजना है। गुजरात पेटर्न पर राजस्थान ओर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव मे पूराने प्रत्याशियों के बदले काफी नये चेहरों को मौका मिलने के चांस है। गुजरात चुनाव में सफल रहे इस करिश्माई प्रयोग को भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व ने अब राजस्थान, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में फिर दोहराने की रणनीति बनाई है।
राजस्थान विधानसभा मे मौजूदा 73 भाजपा विधायकों की संख्या है 127 भाजपा रिक्त विधायक सीटों मे करीब 75 फीसदी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेतृत्व नये उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतार सकता है। ओर मौजूदा 73 भाजपा विधायकों मे एक दर्जन भाजपा विधायकों के तीनों सर्वे मे अपने निर्वाचन क्षेत्र में कमजोर प्रभाव सामने आने की रिपोर्ट से फिर टिकट मिलने की संभावना कम है। ऐसे में राजस्थान के आधे से अधिक विधानसभा क्षेत्र में पुराने भाजपा प्रत्याशियों के बदले नये चेहरों को भाजपा उम्मीदवार घोषित करने के आसार नजर आ रहे हैं।
प्रदेश के चार धार्मिक स्थलों से प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्र मे निकलने वाली भाजपा की परिवर्तन चार रथ यात्राओं का शुभारंभ होने वाला हैं। भाजपा आला सूत्रो से खबर आई है कि चारों परिवर्तन भाजपा रथयात्रा मार्ग मे भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश-आदेश पर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र मे हर गांव शहर मे गुपचुप तरीके से फीडबैक लिया जायेगा। उसमे विधानसभा हल्के के कितने भाजपा नेता-कार्यकर्ताओं की रथयात्रा मे भागेदारी, दावेदारों का क्षेत्र में कितना प्रभाव का रोजाना फीड़बैक जुटाया जायेगा। जो पार्टी नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ताओ से नहीं बल्कि विधानसभा क्षेत्र के गांव शहर में रथयात्रा के प्रवेश से पहले ओर बाद मे आमजनों से गुपचुप तौर पर फीड़बैक लेने की कवायद होगी।
राजस्थान भाजपा आला हल्के में खुशर फूसर है शंका-संदेह के घेरे में आये भाजपा के मौजूदा आधा दर्जन विधायकों के टिकट खतरे में है। जुलाई 2020 मे सचिन पायलट के साथ 18 काग्रेस विधायकों के राजस्थान से बाहर जाने से काग्रेस गहलोत सरकार पर आये संकट काल मे भाजपा नेतृत्व द्वारा कुछ भाजपा विधायकों को गुजरात भेजने की कवायद में तीन भाजपा विधायकों के गुजरात जाने पर ना नूकुर करने, सत्ता संघर्ष दौर मे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के विधानसभा सदन मे विश्वास मत प्रस्ताव मतदान समय भाजपा के चार विधायको के सदन से अनुपस्थिति रहने की शिकायत सामने आई थी। भाजपा हल्के में चर्चा है, संदेह शंका की जद मे आने वाले उन्ह नौ भाजपा विधायकों से तब तात्कालिक भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने बकायदा पुछताछ कर रिपोर्ट हाईकमान तक भेजी थी। नौ मे से एक भाजपा विधायक दिवंगत हो गये। भाजपा हल्के में अब खासी खुशरफुसर है, हाईकमान तक संदेश-शंका की रिपोर्ट पहुंचने वाले आठ भाजपा विधायको पर अब विधानसभा चुनाव में टिकट कटने की तलवार लटक गई हैं।