पार्टी से करोगे बगावत तो मिलेगी टिकट: कोंग्रेस के सिंबल से चुनाव लड़ना है, तो एक बार करनी पड़ेगी पार्टी से बगावत
राजस्थान की कई ऐसी विधानसभा में यह घटना हुई है
राजस्थान (संजय बिश्नोई) राजस्थान में कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी का टिकट लेने के लिए इन दिनों एक आसान सा सूत्र इस्तेमाल किया जा रहा है, ओर कई नेताओं ने कांग्रेस पार्टी की टिकट हासिल की है, साथीयों ज्यादा घुमा फिरा कर बात करने की बजाय सीधा मुद्दे की बात करते हुए हम बात कर रहे हैं राजस्थान की कई ऐसी विधानसभाओं की जिसमें पिछली बार जिन विधायकों ने पार्टी से बगावत कर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था और जिन में कइयों को हार का सामना भी करना पड़ा था, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हीं बागी नेताओं को पार्टी की टिकट देकर उन ईमानदार कार्यकर्ताओं के साथ ना इंसाफी की है जो पिछले लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे हैं लेकिन फिर भी पार्टी ने उनको दरकिनार कर उनको टिकट देने की बजाय बागी नेताओं को टिकट दी है।
जिसको लेकर अटकलों का बाजार गरमाया हुआ है उन ईमानदार कार्यकर्ताओं का कहना है की अगर पार्टी की टिकट चाहिए तो एक बार पार्टी से बगावत करनी ही पड़ेगी। ऐसे ही दो मामले हाल ही में रायसिंहनगर और अनूपगढ़ में देखने को मिले हैं जिन नेताओं ने पार्टी से बगावत की थी इस बार पार्टी ने उनको टिकट देकर इस तर्क को सत्य साबित कर दिया है। जिसका पार्टी को भारी खामियाजा इस विधानसभा चुनाव 2023 में भुगतना पड़ेगा। पार्टी ने रायसिंहनगर विधानसभा से पिछले चुनाव में पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़े सोहनलाल नायक को टिकट दिया है और दूसरा अनूपगढ़ विधानसभा से पिछली बार पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ी शिमला नायक को भी पार्टी ने इस बार टिकट दिया है।
- साथियों पार्टी से बगावत करने वाले उम्मीदवारों को टिकट देकर कुछ फायदा होगा, या नहीं
- पिछली बार चुनाव में हारे हुए उम्मीदवार क्या इस विधानसभा चुनाव में मजबूती दिखा पाएंगे?