15 एटीएम कार्ड व 27 मोबाइल सिम सहित गोविंदगढ़ निवासी युवक गिरफ्तार:ठगों को करता था सप्लाई
साइबर जालसाजों को देने जा रहा था एटीएम कार्ड व मोबाइल सिम - CID की सुचना पर पुलिस की कार्यवाही
जयपुर ,राजस्थान
जयपुर – साइबर ठगों को एटीएम कार्ड एवं मोबाइल सिम बाहर से लाकर उपलब्ध करवाने वाले युवक को पुलिस मुख्यालय की सीआईडी टीम की सूचना पर शिवदासपुरा पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है गिरफ्तार युवक के पास से 15 एटीएम कार्ड व 27 मोबाइल सिम बरामद की है। मामले में गिरफ्तार अलवर के गोविंदगढ़ निवासी मानसिंह पुत्र श्योदान सिंह (28) ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह इंदौर निवासी राज, आकाश और राहुल से मोबाइल सिम व एटीएम कार्ड लेकर आया है।
हुलिए से की पहचान
सीआईडी ने आरोपी मानसिंह के संबंध में शिवदासपुरा थाना पुलिस को बताया कि 30 साल का एक युवक है, जिसने कानों में बाली पहनी हुई है और उसके दाहिने हाथ पर भगवान शिव का टैटू बना है। वह टोंक रोड टोल प्लाजा के पास बैग लेकर खड़ा है। सीआईडी के हेड कांस्टेबल कमल सिंह की सूचना पर शिवदासपुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई की।
अलवर जालसाजों को देने जा रहा था एटीएम कार्ड एवं मोबाइल सिम
वह सिम व एटीएम कार्ड को अलवर निवासी साइबर जालसाज आमीन गोठड़ा छोटा व साजिद गोठड़ा बड़ा को देने जा रहा था। वह विभिन्न बैंकों के प्रति एटीएम कार्ड 20 हजार रुपए में लेकर आया और इन्हें प्रति 25 हजार रुपए में बेचता। वहीं प्रति मोबाइल सिम 4 हजार रुपए में लाया और इन्हें प्रति 5 हजार रुपए में बेचता। पुलिस इंदौर व अलवर निवासी जालसाजों की जानकारी जुटा रही है। आरोपी के पास कुछ पैसे ट्रांजेक्शन के स्क्रीनशॉट मिले हैं। जिसके संबंध में पूछताछ कर तस्दीक की जा रही है।
अधिक मुनाफा होने के कारण करता था यह काम
एडीजी ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी पहले फर्जी एटीएम कार्ड से कमीशन के रूप में एटीएम मशीन से रुपए निकालने का काम करता था। फर्जी सिम और फर्जी एटीएम बेचने में अधिक मुनाफा होने के कारण काफी समय से यह काम कर रहा है। बाहरी राज्यों से 20 हजार में फर्जी एटीएम लाकर 25 हजार में और सिम 4 हजार में खरीद कर 5 हजार में साइबर ठगों को बेचा करता है। आरोपी से थाना पुलिस की टीम गहनता से अनुसंधान कर इनके नेटवर्क की जांच कर रही है।
एडीजी एमएन ने बताया कि इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत, हेड कांस्टेबल शंकर दयाल, रामनिवास व कमल सिंह, कांस्टेबल देवेंद्र, भूपेंद्र व सोहनदेव और चालक विश्राम की विशेष भूमिका रही है। आसूचना संकलन में हेड कांस्टेबल कमल सिंह ने सराहनीय काम किया है।