मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा के बाद भी पांडुपोल हनुमान मन्दिर में श्रदालुओ से शुल्क वसूली
राजगढ़(अलवर) रितीक शर्मा
अलवर/टहला. अलवर जिले की तहसील राजगढ़(टहला) में पहाड़ी पर ऐतिहासिक महाभारत कालीन प्राचीन पांडुपोल हनुमान मन्दिर से सरिस्का वन विभाग द्वारा प्रवेश शुल्क हटाने की घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा अलवर मिनी सचिवालय के अनावरण के समय की गई थी जब की घोषणा होने के बाबजूद आज भी धार्मिक आस्था के स्थल पर श्रदालूओ से शुल्क वसूली की जा रही है जिसके चलते श्रदालुओं व अलवर क्षेत्रवासियों में आक्रोश बना हुआ है।
जिसके चलते श्रदालूओ को बाबा की पूजा आराधना को बनाए रखने के लिए संघर्ष समिति का गठन किया गया है जिसमें शुल्क हटाने व पांडुपोल हनुमान मन्दिर के प्रवेश शुल्क हटाओ हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई जिसमें प्रथम हस्ताक्षर लाल गोठे हनुमान जी के करवाये गए।
जिसके चलते महंत बाबूलाल व निर्मल तिवारी राजगढ़ ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा श्रदालूओ की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जब घोषणा की गई तो लागू क्यो नही आज तक? इससे आम जन में विरोध है हजारो भक्तो ने हस्ताक्षर कर अभियान का समर्थन किया तथा शीघ्र ही शुल्क हटाने की मांग की और हस्ताक्षर अभियान को ओर गति देने व जनसमर्थन हेतु सभी श्रदालूओ व गणमान्य बन्धुओ से आग्रह किया इस अवसर पर समिति सदस्य रमेश कला कुआ, चंचल शर्मा, ताराचंद व्यास, रमेश मीना, दसरत मुद्गल, ललित शर्मा, राजेश व्यास, नन्द लाल, प्रेम गुप्ता, नीराज पांडेय,सेकड़ो कार्यकर्ता साथ रहे ।