राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के सौजन्य से उधान विभाग भरतपुर द्वारा दो दिवसीय मधुमक्खी पालन एवं शहद प्रसंस्करण सेमिनार का आयोजन
वैर (भरतपुर, राजस्थान / कौशलेंद्र प्रकाश दत्तात्रेय) राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के सौजन्य से, उद्यान विभाग भरतपुर द्वारा दो दिवसीय मधुमक्खी पालन एवं शहद प्रसंस्करण सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ बी एल सारस्वत ने बताया कि भारत सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए खेती-बाड़ी के साथ साथ मधुमक्खी पालन को भी बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। डॉ सारस्वत ने तकनीकी मधुमक्खी पालन के विभिन्न चरणों की जानकारी दी ।
योगेश कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक उद्यान संभाग भरतपुर ने मधुमक्खी पालन का परिचय, किसानों के लिए इसकी उपयोगिता तथा भविष्य में संभावनाओं पर जानकारी देते हुए कहा कि भरतपुर जिला मधुमक्खी पालन जिला बनने की ओर अग्रसर है।
जनक राज मीणा ने सेमीनार में आए हुए सभी अतिथियों तथा किसान भाईयों का स्वागत करते हुए उद्यान विभाग द्वारा मधुमक्खी पालकों के लिए दी जा रही सुविधाओं और अनुदान के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। रामकुमार गुप्ता, ब्रज हनी उद्योग, भरतपुर ने शहद के प्रसंस्करण तथा विपणन के लिए किसानों को पैकिंग लेवलिंग इत्यादि के बारे में व्यावहारिक जानकारी दी।
मधुमक्खी पालन विशेषज्ञ, सुभाष जाखड़ भारत सरकार द्वारा मधुमक्खी पालक किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न अनुदानित योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि किसान भाई अपने शहद का प्रसंस्करण खुद करें, तो ज्यादा लाभ मिल सकता है। मंच संचालन करते हुए हरेंद्र सिंह कृषि अधिकारी ने किया।