सुविधा नहीं शिक्षा से होती है विश्व विद्यालय की पहचान .... कलराज मिश्र
वैर भरतपुर राजस्थान
रुपवास ......राज्यपाल कलराज मिश्र रविवार को भरतपुर एवं डीग जिले के दौरे पर पहुंचे। मिश्र ने पहले खानुआं कस्बे में नवनिर्मित आदर्श विद्या मंदिर के भवन का लोकार्पण किया। इसके बाद महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के ट्रांजिट हॉस्टल व स्टूडेंट गतिविधि भवन का शिलान्यास किया। भरतपुर दौरे पर आए राज्यपाल कलराज मिश्र ने दोनों कार्यक्रमों में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बात करते हुए बृज विश्वविद्यालय को सीख देते हुए कहा की नई शिक्षा नीति के आलोक में विश्व विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा दिया जाए ।रुपवास के गांव खानुआं में राज्यपाल कल राज मिश्र ने एसोसिएशन ऑफ इंडियंस इन अमेरिका के सौजन्य से बने आदर्श स्कूल के नवीन भवन का लोकार्पण फीता काटकर व पूजा अर्चना के बाद पट्टिका का अनावरण कर किया। इससे पूर्व संभागीय आयुक्त सांबरमल वर्मा, जिला कलेक्टर लोकबंधु व जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने राज्यपाल की अगुवानी की ।आरएसी व पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस भवन का निर्माण अमेरिका में रह रहे भामाशाह डॉक्टर यशपाल आर्य व डॉक्टर उर्मिलेश आर्य ने कराया है।नवनिर्मित भवन में डेढ़ करोड़ रुपए से चिकित्सक संपत्ति ने 16 कमरों का निर्माण कराया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्षता अखिल भारतीय विद्या भारती के उपाध्यक्ष राजेंद्र खेतान की। विशिष्ट अतिथि प्रांत संघ संचालक महेंद्र सिंह मग्गो, डॉक्टर यशपाल आर्य,एआईए की अध्यक्ष रही उर्मिलेश आर्य, प्रांतीय अध्यक्ष भरतराम कुम्हार व संगठन मंत्री शिव प्रसाद रहे। कार्यक्रम के संयोजक प्रधानाचार्य यादवेंद्र रावत रहे । आयोजकों ने राज्यपाल मिश्र का स्वागत किया ।राज्यपाल ने भामाशाह आर्य बन्धुओं का शांल ओढाकर सम्मान किया। राजपाल मिश्र ने कहा कि सभी अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षित जरूर करें। चाहे इसके लिए जीवन भर एक रोटी कम खाएं। क्योंकि शिक्षा का कभी भी बंटवारा नहीं हो सकता। शिक्षा ही मानव जीवन व देश के सर्वांगीण विकास में सहायक है।
शिक्षा नीति से होगा युवाओं के भविष्य का कल्याण
कुम्हेर कस्वे के निकट स्थित साकीतरा में महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति कार्यशाला का समापन समारोह राज्यपाल कलराज मिश्र के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस दौरान कुलपति रमेश चंद्रा एवं नागेश्वर राव मौजूद रहे। समारोह में राज्यपाल मिश्र ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय को ऐसे पाठ्यक्रम तैयार करने चाहिए जो आज के आधुनिक दौर की शिक्षा के लिए व्यावहारिक रोजगार मुखी पाठ्यक्रम एवं शिक्षा की गुणवत्ता रखते हों ।शिक्षा से एक व्यक्ति का नहीं बल्कि समाज एवं देश का विकास और उद्धार होता है ।उन्होंने कहा कि शिक्षक समर्पित एवं समर्थित नहीं होगा तब तक इस नीति से उद्धार नहीं होगा उन्होंने कहा कि पूर्व काल से ही ऋषि मुनियों ने अपने वेद शास्त्रों में भी अच्छे समाज के लिए शिक्षा को सर्वोपरि माना है मिश्र ने कहा कि शिक्षा वही सार्थक है जो नवाचार को समाहित करने के साथ रोजगार के अवसर उपलब्ध कराती हो। उन्होंने कहा की नई शिक्षा नीति में एनसीसी एनएसएस के भी पाठ्यक्रम शामिल होंगे। इस मौके पर पूर्व सांसद पंडित रामकिशन, एन.सी. गौतम, प्रो. जे.पी. शर्मा, प्रो. जे.पी यादव अलवर , रजिस्ट्रार नरेंद्र जैन, उप कुलसचिव अरुण पांडे, सहायक कुल सचिव डॉ .फरबट सिंह एवं डॉ.प्रशांत कुमार के अलावा धौलपुर सहित अन्य महाविद्यालयों के विद्यार्थी मौजूद।