गोलगप्पे (पानी-पताशे) खाने से फूड पॉयजनिंग: 14 साल की बच्ची की मौत पर परिजनों ने लगाया आरोप
फूड पॉयजनिंग से 14 साल की बच्ची की मौत : 2 दिन से चल रहा था इलाज:परिजन बोले- गोलगप्पे खाने के बाद बिगड़ी हालत
उदयपुर / राजस्थान
उदयपुर के अम्बामाता थाना क्षेत्र में उर्स के मेले में गोलगप्पे (पानी-पताशे) खाने से भाई-बहन की तबीयत बिगड़ गई। दोनों ही 15 सितम्बर से एमबी हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती थे। रविवार को 14 साल की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि भाई की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
पिता उद्देश्य ओढ़ ने बताया कि मेरी दो बेटी निशा, काजल (12) और बेटा गिरीश (10) हैं। निशा सरकारी स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ती थी। 14 सितम्बर को मेरे तीनों बच्चे पड़ोसियों के साथ उर्स के मेले में गए थे। वहां बड़ी बेटी निशा और सबसे छोटे बेटे गिरीश ने गोलगप्पे खाए थे। घर आने पर निशा और गिरीश को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी तो उन्हें पास के हॉस्पिटल से दवा दिलवाकर लाया। हालत में सुधार नहीं हुआ तो दूसरे दिन 15 सितम्बर को एमबी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। 2 दिन आईसीयू में रहने के बाद रविवार दोपहर करीब 3 बजे निशा ने दम तोड़ दिया। बेटा अभी भी आईसीयू में भर्ती है।
थानाधिकारी हनवंत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि पीपली चौक ओढ़ बस्ती निवासी 14 साल की निशा पुत्री उद्देश्य ओढ़ ने 14 सितंबर को उदयपुर के मल्लातलाई में लगे मेले में गोलगप्पे खाए थे। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे 15 सितंबर को MB हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। परिजनों की तरफ से रिपोर्ट लेकर रविवार को मामला दर्ज किया है। जांच चल रही है।
एमबी हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि फूड पॉयजनिंग के मामले में 15 तारीख को 14 बच्चों को भर्ती किया गया था। जिनमें 4 की हालत गंभीर होने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया। वहीं 10 बच्चो में से 3 को कल शनिवार ही छुट्टी दी गई है। 7 अब भी जनरल वार्ड में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के परिजन तबीयत बिगड़ने के 1 दिन बाद हॉस्पिटल दिखाने पहुंचे थे। आईसीयू में भर्ती हुए बच्चों का ब्लड प्रेशर बहुत कम था। मृतक बच्ची की हालत में सुधार नहीं हो रहा था। ऐसे में उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। इसके बाद आज शाम 3 बजे उसकी मौत हो गई।