खेल रही बच्ची को जहरीले सांप ने काटा: झाड़ फूंक वाले के पास हालत नाज़ुक
परिजन सीएचसी लेकर पहुंचे, डॉक्टरों ने बचाई जान
बयाना कस्बे का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सर्पदंश के मरीजों के उपचार का केंद्र बनता जा रहा है। सांप के काटने से नाजुक हालत में रविवार रात 4 साल की बच्ची को सीएचसी में परिजनों ने भर्ती कराया। जहाँ डॉक्टरों के उपचार के बाद बच्ची की हालत में काफी सुधार बताया गया है। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार गांव कलसाड़ा निवासी अरुण सिंह चौधरी की 4 साल की बेटी अनन्या रविवार को शाम करीब 6 बजे अपने घर के पास ही खेत में खेल रही थी। तभी उसे अचानक किसी जहरीले सांप ने पैर में काट लिया। पता लगने पर परिजन बच्ची को झाड़-फूंक करने वाले किसी भोपा के पास ले गए। लेकिन बच्ची की स्थिति नाजुक होती चली गई। इस पर परिजन रात करीब 9 बजे बच्ची को बेहोशी की हालत में बयाना सीएचसी लेकर पहुंचे।
सीएचसी इंचार्ज डॉक्टर जोगेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि बच्ची को न्यूरोटॉक्सिक स्नेक बाइट था। ऐसे में मरीज को सांस लेने में कठिनाई होती है और नर्वस सिस्टम खराब होने का खतरा रहता है। ऐसे में बिना देरी किए हुए बच्ची का उपचार शुरू किया गया। उसके श्वास नली डालकर ऑक्सीजन सप्लाई की गई। स्नेक बाइट और ब्लॉक हुए न्यूरो मस्कुलर जंक्शन को ठीक करने के इंजेक्शन लगाए गए। इसके करीब 15 मिनट बाद ही बच्ची होश में आने लग गई। सीएचसी इंचार्ज डॉक्टर जोगिंदर सिंह गुर्जर ने लोगों से अपील की है कि सर्पदंश की स्थिति में बिना देरी किए तुरंत मरीज को सरकारी अस्पताल लाना चाहिए। क्योंकि सरकारी अस्पतालों में सर्प दंश के मरीजों का बेहतर उपचार होता है। झाड फूंक वालों के पास ले जाना खतरे से खाली नहीं है।