फूल मालाओं से सुसज्जित पालकी डोल में सवार होकर ठाकुर जी ने किया नगर भ्रमण
पूजा अर्चना एवं पुष्प वर्षा कर श्रद्धालुओं ने मांगी मनोकामनाएं
श्री श्री 1008 श्री बाबा मनोहर दास जी महाराज की तपोस्थली एवं लधु काशी के नाम से विख्यात कस्वा वैर में जल झूलनी डोल एकादशी भक्तों द्वारा बड़े धूमधाम एवं हर्षोउल्लास पूर्वक मनाई गई। मन्दिरों में ठाकुर जी महाराज का अभिषेक व पूजा अर्चना करने के साथ ही नये वस्त्र पहनाकर फूल मालाओं से सुसज्जित डोल पालकी में विराजमान करके श्रद्धालुओ ने अपने कांधों पर नगर भ्रमण करवाया । वहीं जगह जगह श्रद्धालुओं ने भी ठाकुर जी की पूजा अर्चना करते हुए परिवार में सुख, शांति ,समृद्धि एवं देश में खुशहाली की प्रार्थना की । वहीं नवजात शिशुओं को डोलाओं के नीचे से निकाल कर उनके दीर्घायु होने की मन्नत मांगी। आपकों बता दें कि प्राचीन समय से ही कस्वा के प्राचीन मंदिर श्री दामोदर जी महाराज एवं श्री दाऊजी महाराज मंदिर से फूल मालाओं से सुसज्जित पालकी डोल में ठाकुर जी को विराजमान करके कस्वा में विभिन्न मार्गों चांदनी चौक लाल चौक, नगायच मंदिर श्री श्री 1008 श्री बाबा मनोहर दास जी महाराज धूना होते हुए पुन मन्दिर प्रांगण में पहुंचती है । कस्बाबासी महिला, पुरुष, बुजुर्ग, बच्चे पलक पांवड़े बिछाए हुए ठाकुरजी के पालकी डोल का इंतजार कर प्रसाद चढ़ावा चढ़ाते हैं। विभिन्न मंदिरों में सहित घरों में जलझूलनी एकादशी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया ।जहां प्रातः काल से ही घरों एवं मंदिरों में श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी महाराज के विशेष पूजा अर्चना करते हुए एकादशी व्रत रखा और सायंकाल को जैसे ही ठाकुर जी पालकी में विराजमान होकर बैंड बाजों के साथ निकले तो श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा करते हुए आरती उतार कर उनका स्वागत सत्कार किया और मनोकामनाएं मांगी। मन्दिरों के पुजारियों ने ठाकुर जी के डोला पालकी,में विराजमान ठाकुर जी की आरती उतार कर ठाकुर जी को जल विहार कर महाआरती की गई । वहीं श्रद्धालुओं ने चरणामृत एवं तुलसी दल प्रसादी लेकर व्रत उपवास खोला ।