कस्बे के कई घरो में शौचालयो के सेप्टिक टैंक का अभाव: बरसाती नाले में बहाया जाता है मानव मल
तखतगढ (बरकत खान) देशभर में अमृत काल की दुहाई देती केंद्र की सरकार,स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत शौचालय बनवाने के लिए अनुदान देकर खुले मे शौच मुक्त करने के दावे को चुनौती देते कस्बे के खारचियावास मौहल्ले के कब्रिस्तान के पास बने बरसाती नाले के किनारे बसे दर्जनो घरो मानव मल को बरसाती नाले में बहाकर गंदगी फैलते लोग स्वच्छ भारत मिशन योजना को खुली चुनौती देते है।
सच तो यह है कि कस्बे के खारचियावास कब्रिस्तान के पास दर्जनो घरो में बने शौचालयो के सेप्टिक टैंक के अभाव में मानव मल को बरसाती नाले में बहाया जा रहा है। और सबसे मजे की बात की उसी बरसाती नाले से वो सारी गंदगी कस्बे के गंवाई तालाब में आती है और तालाब किनारे पालिका प्रशासन द्वारा पेयजल के लिए खुदवाए कुँए उसी गंदगी से रिचार्ज हो रहे है और वही गंदगी आम-जन को पेयजल के लिए परोसी जा रही है सेप्टिक टैंक विहिन घरो से बहाए जा रहे मानव मल से आस-पडौस के लोग उस गंदगी से फैलने वाली दुर्गंध से इतने परेशान है कि मुँह में निवाला भी नही उतरता है।
स्थानीय लोगो ने पालिका प्रशासन को कई बार मामले से अवगत करवाने के बावजूद भी पालिका प्रशासन द्वारा ऐसे घरो को चिन्हित नही किया गया और ना कोई किसी प्रकार की कोई ठोस कार्रवाई की गई है,जिससे उन घरो के लोगो के हौसले बुलंद है। साथ ही आस-पडौस के रहने वाले लोगो द्वारा सेप्टिक टैंक विहिन शौचालय घरो के मालिको को टोकने पर मौहल्ले में शोर-शराबा खडा कर हंगामा भी किया जाता है,जिससे लोग शिकायत करने से भी कतराते है।
पालिका प्रशासन ऐसे सभी घरो को चिन्हित कर उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई अमल में लाकर दण्डित करने का कार्य करे, जिससे गंदगी ना फैले। यदि समय रहते ऐसे घरो के मालिको पर ठोस कार्रवाई अमल में नही लाई जाती है तो दिनों-दिन बढती गंदगी से महामारी फैलने की प्रबल आंशका बनेगी।