चुनावी चर्चा : किशनगढ़ बास विधानसभा
खैरथल (हीरालाल भूरानी ) आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां जोरों पर हैं। बात करें किशनगढ़बास विधानसभा सीट की, तो यहां से भारतीय जनता पार्टी ने 3 बार रामहेत सिंह यादव टिकिट दे चुकी है। लेकिन इस बार भाजपा की परिवर्तन यात्रा के बाद से ही टिकिट वितरण में भी बदलाव की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं। क्षेत्र की जनता इस बार भाजपा को लाना चाहती है लेकिन चेहरा नया होना चाहिए। जब हमारी टीम ने जनता का मूड जाना तो सामने आया कि कुछ महीने पहले भाजपा में घर वापसी करने वाले क्षेत्र के युवा नेता डॉ दिनेश यादव को लोग इस बार आशीर्वाद देने के मूड में हैं। भाजपा के उम्मीदवारों में डॉ दिनेश यादव लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं। लोगों का मानना है की डॉ दिनेश यादव जाति और धर्म संप्रदाय की राजनीति से परे 36 बिरादरी के लोगों को साथ लेकर चलने वाले नेता हैं। हर जाति धर्म के लोगों के बीच समान रूप से अपनी पकड़ मजबूत बनाए हुए हैं। डॉ दिनेश यादव खैरथल के स्टार पब्लिक स्कूल के संचालक हैं। क्षेत्र में शिक्षाविद व 36 बिरादरी के नेता के रूप में उनकी पहचान है। लोगों का मानना है की अगर डॉ दिनेश यादव को किशनगढ़बास विधानसभा क्षेत्र से भाजपा अपना उम्मीदवार बनाती है तो निश्चित रूप से बड़े अंतर से जीत दर्ज करेंगे। डॉ दिनेश यादव हाल ही में आयोजित पाटन अहीर फतियाबाद में परिवर्तन संकल्प यात्रा की विशाल स्वागत सभा में बड़े नेताओं को अपना जनाधार दिखा चुके हैं।
गौरतलब है कि किशनगढ़बास विधानसभा सीट से पिछली बार बसपा के दीपचंद खैरिया भाजपा के रामहेत सिंह यादव को लगभग 10,000 वोटों से हराकर विधायक बने थे। भाजपा के टिकिट वितरण फॉर्मूले की बात करें तो पिछले चुनाव में 10000 वोट से हारने वाले सभी नेताओं की टिकिट कटेगी। 45 साल तक के युवा चेहरों को इस बार भाजपा मौका देगी। 44 वर्षीय डॉ दिनेश यादव को भाजपा अगर अपना उम्मीदवार घोषित करती है तो वास्तव में पार्टी का यह फैसला चौकाने वाला होगा। प्रदेश व केंद्रीय स्तर पर बैठकों का दौर जारी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस बार किशनगढ़बास विधानसभा सीट पर युवा चेहरे डॉ दिनेश यादव पर दाव लगाकर विधनसभा में परिवर्तन का आगाज करेगी या फिर पिछली बार 10000 वोटों से हारने वाले पूर्व विधायक पर दाव लगाएगी।