गांधी जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया
मकराना (मोहम्मद शहजाद)। शांति व अहिंसा विभाग राजस्थान सरकार द्वारा एक कार्यक्रम उपखंड कार्यालय के सामने शांति व अहिंसा विभाग द्वारा संयोजक गीता सोलंकी के सानिध्य में गांधी जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर सर्व धर्म सभा एवं गांधी जीवन संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। इससे पूर्व शांति अहिंसा विभाग द्वारा नियुक्त मेंबर्स और स्वीप टीम द्वारा गांधी जी का माल्यार्पण कर उनकी जीवनी से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया गया। इस दौरान मौन रैली भी निकाली गई। इस अवसर पर संयोजक गीता सोलंकी ने कहा गांधी जी के आदर्शो को हम सभी को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। गांधी जी ने हमें अहिंसा की शक्ति, सच्चाई और ईमानदारी, माफ करना सिखाया है।
गांधीजी का मानना था कि माफी एकता पैदा करने का एक तरीका है। गांधीजी ने व्यक्तिगत विकास और राष्ट्र निर्माण में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने सभी के लिए बुनियादी शिक्षा का प्रस्ताव पेश किया और व्यावसायिक अध्ययन को बढ़ावा दिया। इस दौरान तहसीलदार कृष्णा शर्मा, सिख समाज के धर्मगुरु ईश्वर सिंह, सरदार जसपाल सिंह, जैन समाज से कैलाश गिलडा, कार्यक्रम के सहसंयोजक जमील अहमद चौधरी, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अब्दुल वहीद खिलजी, स्वीप टीम प्रभारी शीशराम चिनानिया, एसीबीईओ रवि सिंह राठौर, ए के भाटी, योगेश जिंदल, चुनाव शाखा प्रभारी राम अवतार बंजारा, मुरली मनोहर, भंवर कपूर, उमेद सिंह, प्रकाश चन्द, अनवर अली, सत्य प्रकाश गुर्जर, सेनेल सेलेस्टिन सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग व महिलाएं उपस्थित थे।