संतो के प्रवचन सुनने से जीवन मे आता है बदलाव- संत मोहनलाल भगत
खैरथल (हीरालाल भूरानी )स्वामी होतूराम साहिब दरबार के संत मोहनलाल भगत ने कहा की संतो के प्रवचन के श्रवण से जीवन के बदलाव के साथ-साथ इंसानियत एवं मानवता का संचार होता है। संतों के वचन को दिलों में उतारना चाहिए, संतों की कृपा से ही अपना सभी कार्य सफल होता है धर्म और क्षमा भाव से देश की तरक्की संभव है। ये प्रवचन संत मोहनलाल भगत ने आनन्द नगर कोलोनी स्थित स्वामी होतूराम साहिब दरबार में शुक्रवार को स्वामी होतूराम साहिब के दो दिवसीय बरसी उत्सव के तहत आयोजित सतसंग प्रवचन कार्यक्रम के दौरान कहे। उन्होने कहा कि संत ही सब समाज को प्रकाश देने वाला है भौतिक सुखों को त्याग कर ईश्वर भक्ति में रम जाने का आह्वान किया। इस दौरान मोठूका के संत लाल भगत,झुलेलाल मंदिर खैरथल के संरक्षक बाबा शीतलदास, जयपुर के संत जय उदासी,संत रवि वासवानी, संत गौरव उदासी, अजमेर के भजनोपदेशक अशोक घायल, ने भी सतसंग व प्रवचनों के माध्यम से मानव सेवा का संदेश दिया। शुक्रवार को आयोजित बरसी उत्सव के दौरान आयोजित सतसंग प्रवचन के बाद दोपहर 12 बजे ध्वजारोहण के बाद दोपहर 1 बजे विशाल आम भण्डारे का आयोजन किया गया जिसमें आगरा,जयपुर,अजमेर सहित आसपास के सैकड़ो श्रद्वालुओं ने मंदिर में होतुराम साहिब की प्रतिमा के साथ ही समाधियों के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया। सायं 6 बजे सतसंग प्रवचन के बाद आरती की गई। रात्रि 8 बजे से पूज्य बहराणा साहिब का आयोजन किया गया। अगले दिन शनिवार को सुबह 8 बजे से 10 बजे तक सत्संग प्रवचन के बाद पल्लव पाकर बरसी महोत्सव का समापन किया जाएगा। इस दौरान चिम्मनलाल तिनानी, आतुमल बच्चानी,जगदीश भोपानी,राजू भगत, पिकू लालवानी,कालू बच्चानी,चतर ज्ञानानी,नीरज ज्ञानानी जयपुर, मनीष राजवानी,जीतू भगत, राहुल माखीजा,राजू लालवानी, गोरधनदास कटारिया,वासदेव दरियानी,अर्जुनदास लीलानी, नंदलाल लीलानी,नंद भगत, बाबू निहलानी,श्रवण आडतानी, दीपू चांदवानी सहित महिला मंडल से लीलादेवी तिनानी, देविका रामचंदानी,हरि कटारिया ने व्यवस्थाओं को बनाये रखा।