असत्य पर सत्य की विजय रावण के 65 फीट ऊंचे पूतले का हुआ दहन
कोटपुतली बहरोड़ (इशाक खान)
अपने पुरे परिवार के रणभूमि में भगवान श्रीराम व लक्ष्मण के हाथों मारे जाने के बाद लंकापति दशानन रावण स्वयं रणभूमि में उतर आया। इतने योद्धाओं का वध होने के बावजुद भी उसे इस बात का आभास नहीं हुआ कि राम स्वयं नारायण के अवतार है। राम व रावण में भीषण संग्राम होता है। वह अट्टाहास करता हुआ अस्त्र पर अस्त्र चला रहा था। तभी प्रभु श्रीराम अपने तीर से रावण का सिर धड़ से अलग कर देते हैं, पर ये क्या उसका एक नया सिर धड़ पर आ जाता है। तब विभीषण प्रभु श्रीराम को बताते है कि रावण की नाभि में अमृत कलश है, उसे देवताओं द्वारा बताये गये समय पर निशाना बनाईयें। तभी प्रभु श्रीराम रावण की नाभि पर ब्रह्मास्त्र चलाते है। जिस पर तीनों लोकों के स्वामी होने का दम्भ भरने वाला लंकापति रावण धरती पर आ गिरता है। आखिरकार विनाशकाले विपरित बुद्धि की कहावत चरितार्थ हो जाती है। रावण श्रीराम के नाम का उद्घोष कर अपने प्राण त्याग देता है। उक्त संवादों का मंचन रामलीला के अन्तिम दिन रावण दहन के वक्त नागाजी की गौर स्थित मैदान में हुआ। इससे पूर्व आजाद चौक स्थित कचहरी परिसर से राम व रावण की सेनायें नागाजी की गौर स्थित दशहरा स्थल पहुँची। भगवान राम की सेना समेत शोभा यात्रा का मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इस मौके पर रावण की सवारी भी निकाली गई। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अश्वनी गोयल व एड. विमल गोयल द्वारा श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान जी का तिलक कर आरती उतारी गई। कस्बे के मौहल्ला बड़ाबास में गोयल परिवार द्वारा तैयार किये गये रावण के पूतले का भी दहन किया गया।
रावण दहन में कस्बे के श्री जगन्नाथ मंदिर, श्री केशवराय मंदिर, श्री नृसिंह मंदिर व श्री कल्याण राय जी मंदिर से भगवान के डोले पहुँचे। शोभा यात्रा कस्बे के मुख्य मार्गो से होती हुई नागाजी की गौर मैदान में पहुँची। जहाँ रावण के 65 फिट, कूम्भकर्ण व मेघनाथ के 20-20 फिट ऊंचे पूतले का दहन करते ही दशहरा स्थल जय श्रीराम के नारों से गुंज उठा। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने डोलों के नीचे से निकलकर भगवान का आर्शीवाद लिया। इस दौरान रावण-अंगद संवाद, रावण द्वारा लक्ष्मण को ज्ञान दिये जाने की लीला का मंचन भी किया गया। इस मौके पर शानदार आतिशबाजी भी हुई। बुधवार को प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटने पर राजतिलक की लीला का मंचन किया जायेगा। रावण दहन में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। रावण दहन के कार्यक्रम में भाजपा प्रत्याशी हँसराज पटेल, निर्दलीय प्रत्याशी मुकेश गोयल भी पहुँचे। वहीं एएसपी दिनेश यादव, थाना प्रभारी राजेश शर्मा की अगुवाई में भारी मात्रा में पुलिस जाप्ता भी तैनात रहा। इस दौरान मंच के संरक्षक प्रकाश भगतजी, अध्यक्ष कमलेश मीणा, राजेश ढ़ोढू, महेन्द्र शर्मा, पवन कंसल, एड. सुमित शर्मा, कुलदीप जोशी, कैलाश सैन, बालमुकुन्द बंसल, एड. आनन्द भारद्वाज, पप्पु पांचाल, भौंरेलाल गुर्जर, नेमीचंद, जगदीश बसीठा, लालाराम सैन, राधेश्याम शर्मा, चन्द्रकांत शर्मा, नितिन जोशी, रतन लाल राय, केशव शर्मा, मनोज पण्डित समेत बड़ी संख्या में कमेटी सदस्य व हजारों की संख्या में दर्शक मौजूद रहे। साथ ही कस्बे में विभिन्न स्थानों पर भी विजया दशमी के पर्व पर रावण दहन व शस्त्रों की पूजा की गई।