दिवाली के लिए बाजार गुलजार, कम हैं खरीदार
लक्ष्मणगढ़ (अलवर/ कमलेश जैन) रोशनी और रौनक का पर्व दीपावली 13 नवंबर को है। हर बार की तरह इस साल भी इस पर्व को लेकर बाजार पहले ही गुलजार हो गया है। नवरात्र से ही काम शुरू हो चुका है। लोग भी अपने घरों को सजाने-संवारने के लिए सामान ले जा रहे हैं। पर कम। महंगाई के कारण खरीदार कम हैं। ट्रेडर्स ने जिन उम्मीदों के साथ दिवाली बाजार की तैयारियां की हैं, अभी उनका पूरा होना मुश्किल लग रहा है।
रेट जानकर हैरान हो जाते हैं ग्राहक - फैंसी सामान बेचने वाले विक्की साहू ने बताया कि इस बार बंदनवार, मोमबत्ती, चाइनीज कैंडल, शुभ दीपावली बैनर, फ्लोटिंग कैंडल, सेंटेड कैंडल, लक्ष्मीजी के चरण, दीवारों और छतों की लटकन, फैंसी पर्दे आदि बेच रहे हैं। दीपावली से महीनेभर पहले काम शुरू कर देते हैं। रिटेल में बिजनेस करते हैं। इस बार काम थोड़ा कमजोर लग रहा है। मार्केट में सिर्फ खरीदार आ रहे है। इस बार बाजार में भीड़ तो है, मगर उस हिसाब से सेल नहीं हैं। ऊपर से महंगाई ने कमर तोड़ दी है। उपखंड क्षेत्र में कृषक । देहाती क्षेत्र होने से लोगों के पास पैसों की कमी है। मार्केट में आने वाले ग्राहक रेट सुनकर हैरानी जता रहे हैं। जो मोमबत्ती 50 रुपये में 50 पीस बेचते थे। आज उसका रेट 70 रुपये में 30 पीस हो गया है। कस्टमर कैसे खरीद पाएगा 4 पैकेट की जरूरत है, तो 2 ही पैकेट खरीद रहे हैं। हर आइटम पर 30 से 40 प्रतिशत का रेट बढ़ गया है। विक्की ने बताया कि इस बार ज्यादा माल लगाया है, उस हिसाब से रेस्पॉन्स कम है। टाइम कम बचा है। माल ज्यादा है। दीपावली निकल गई और माल नहीं बिका, तो फिर सालभर इंतजार करना पड़ेगा।
इस बार डेकोरेशन में नया आइटम नहीं - इस बार डेकोरेशन में कोई नया आइटम भी नहीं आया है। पिछले वर्षों में जो डिजाइन और आइटम बिकते थे, वही मार्केट में आए हैं। दूसरा महंगाई ने भी हालात खराब कर रखे हैं। अब लोग दीपावली पर अपने घरों को सजाएंगे या घर एवं दुकानों में पेट करेंगे। पहले एक परिवार घर सजाने के लिए जहां 1000 रुपये का माल ले जाता था।अब वह 200 से 300 रुपये का ही माल ले जा रहा है। बाकी, पिछले साल घर में बचा सामान लगा लेगा। सजावटी सामान में प्लास्टिक का अहम रोल है। लेकिन सेल नहीं बढ़ी। सजावटी सामान विक्रेता संतोष भाई