अध्यात्मिक पुस्तकों से होगा मानवता का कल्याण
लक्ष्मणगढ़ (अलवर/ कमलेश जैन) कस्बे में विभिन्न स्थानों पर श्रद्दालूओ द्वारा अध्यात्मिक पुस्तकें वितरित की गई। ये पुस्तकों थी "जीने की राह", "ज्ञान गंगा" और "गीता तेरा ज्ञान अमृत"। प्रचार करने आए श्रद्धालुओं ने बताया कि यह मानवता के कल्याण के लिए है। इन पुस्तकों को पढ़कर व्यक्ति वास्तविक ईश्वर को पा सकता है और पूजा का सही तरीका जानकर ईश्वर से लाभ प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा की इन पुस्तकों की सामग्री और सोशल मीडिया पर इनकी प्रसिद्धि के कारण इनकी बहुत मांग है। लोगों का कहना है कि इन पुस्तकों को पढ़ने से उन्हें आध्यात्मिक शांति और शक्ति मिली है। और उनका जीवन सकारात्मक रूप से बदला है। वे कहते हैं कि ये पुस्तकें उन्हें जीवन की सही दिशा दिखाती हैं। और उन्हें सही रास्ते पर चलने में मदद करती हैं।
श्रद्धालुओं ने बताया कि पुस्तकों के लेखक संत रामपाल जी महाराज हैं। जो एक आध्यात्मिक गुरु हैं। उनके अनुयायियों का कहना है कि संत रामपाल जी महाराज ने उन्हें सच्चे ईश्वर का ज्ञान दिया है। और उनका जीवन बदल दिया है। , लक्ष्मणगढ़ में लोग अध्यात्मिक पुस्तको के प्रचार के माध्यम से मानवता का भला कर रहे हैं। यह कल्याणकारी पुस्तकों का प्रचार तहसील लक्ष्मणगढ़ के अलावा तहसील रामगढ़, मुंडावर, किशनगढ़ बास, गोविंदगढ़ और बहरोड़ में भी किया जा चुका है।