बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाता होम वोटिंग से निभा रहे लोकतंत्र में भागीदारी
प्रथम दो दिवस में 1426 मतदाताओं ने उत्साह से लिया होम वोटिंग सुविधा का लाभ
भरतपुर (राजस्थान) । चुनाव आयोग द्वारा पहली बार 80 वर्ष से अधिक आयु एवं दिव्यांग मतदाताओं के लिए शुरू की गयी होम वोटिंग सुविधा का लाभ घर बैठे मिलने से वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांगजन उत्साह के साथ लोकतंत्र के उत्सव में भागीदारी निभा रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी लोक बंधु ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की मंशानुरूप कोई भी पात्र मतदाता मतदान से वंचित नहीं रहे, इसे साकार करने एवं समावेशी एवं निष्पक्ष चुनाव की संकल्पना के साथ राजस्थान निर्वाचन आयोग के निर्देशन में सभी मतदाताओं को मतदान से जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिये पहली बार विधानसभा आम चुनाव 2023 में होम वोटिंग की पहल की गई है। उन्होंने बताया कि आयोग की पहल पर पहली बार घर से ही पात्र मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक मतदान कर लोकतंत्र में अपनी प्रगाढ़ आस्था का परिचय भी दिया। जिले की नदबई, वैर, बयाना, डीग कुम्हेर, भरतपुर, कामां एवं नगर विधानसभा क्षेत्रों के पात्र मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा से मतदान करवाया गया।
मतदान के बाद जताया आभार :- भारत निर्वाचन आयोग की ओर से पहली बार बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाओं के लिए भारत निर्वाचन आयोग की ओर से दी गई होम वोटिंग सुविधा से मतदान करने के बाद मतदाता प्रसन्न नजर आए और होम वोटिंग सुविधा के लिए आभार जताया।
नदबई विधानसभा क्षेत्र के उच्चैन निवासी दिव्यांग मतदाता रामवकील ने होम वोटिंग सुविधा के जरिए पहली बार अपना मतदान डालते हुए प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है जिसमें ईवीएम व वीवीपेट के माध्यम से निष्पक्ष रूप से मतदात होना एक बहुत बड़ी बात है, उससे भी बड़ी और खुशी की बात अब होम वोटिंग की सुविधा प्रारम्भ होना है जिसके माध्यम से मतदान केन्द्र में पहुंचने में असमर्थ लोगों के घर-घर जाकर उनका मतदान बैलेट पेपर के माध्यम से पूर्ण गोपनीयता के साथ डलवाया जा रहा है।
विधानसभा क्षेत्र भरतपुर के नगला तुला के 51 वर्षीय दिव्यांग मतदाता भारत भूषण ने होम वोटिंग सुविधा का लाभ उठाते हुए विधानसभा चुनाव के तहत अपना वोट डाला। भारत भूषण द्वारा होम वोटिंग किये जाने के पश्चात गुरूवार को मतदान दल उनके घर पहुंचा, जहां भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सम्पूर्ण प्रक्रिया का पालन करते हुए उनका वोट डलवाया। भारत भूषण ने कहा कि वह आंखों से दिव्यांग होने के कारण पोलिंग बूथ पर जाने में समर्थ नहीं था लेकिन होम वोटिंग की सुविधा से मुझ जैसे दिव्यांग व बुजुर्ग को लोकतंत्र के उत्सव में भागीदारी सुनिश्चित करने का सुअवसर प्राप्त हो सका।
प्रथम चरण में 14 से 19 नवंबर तक बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा घर-घर जाकर चिन्हित 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं को होम वोटिंग की जानकारी दी गई। इस सुविधा का लाभ लेने का विकल्प चुनने वाले पात्र मतदाताओं के घर-घर जाकर होम वोटिंग करवाई जा रही है।
1426 मतदाताओं ने लिया सुविधा का लाभ- जिले की 7 विधानसभाओं में पहले दिन 14 नवम्बर को पात्र 664 मतदाताओं को होम वोटिंग सुविधा दी गई। होम वोटिंग सुविधा के जरिए कामां से 93, नगर से 69, डीग कुम्हेर से 92, भरतपुर से 106, नदबई से 84, वैर से 107 एवं बयाना से 113 मतदाताओं सहित कुल 664 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। दूसरे दिवस 15 नवम्बर को कामां से 81, नगर से 94, डीग कुम्हेर से 130, भरतपुर से 100, नदबई से 143, वैर से 110 एवं बयाना से 104 मतदाताओं सहित कुल 762 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया।
गुरुवार को होम वोटिंग सुविधा का लाभ देने के लिये मतदान दल जिले की सभी विधानसभा क्षेत्र में निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार पात्र मतदाताओं के घर तक पहुंचे। यहां सभी आवश्यक तैयारियों के बाद निर्वाचन प्रक्रिया के तहत बूथ बनाकर पूरी गोपनीयता के साथ होम वोटिंग करवाई गई।
आज भी जारी रहेगी होम वोटिंग की सुविधा- जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 17 नवंबर को भी पात्र मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 17 नवंबर को भी मतदान दलों द्वारा जिले की 7 विधानसभा क्षेत्र के 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन पात्र मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा दी जाएगी।