शिक्षक पिता की पुत्री आकांक्षा व्यास बनी आरएएस
भीलवाड़ा (राजकुमार गोयल) लाम्बिया कला में व्याख्याता सतीश व्यास और विधि अनुभाग, कलक्ट्रेट भीलवाड़ा में कनिष्ठ सहायक आशा शर्मा की पुत्री आकांक्षा ने प्रथम प्रयास में ही राजस्थान प्रशासनिक सेवा में चयनित होकर गाँव और जिले का नाम रोशन किया है। मूलतः विजयपुर(बनेड़ा) गाँव की आकांक्षा की प्रारभिंक शिक्षा गाँव में ही हुई। आठवीं तक रायला तथा सीनियर सेकंडरी परीक्षा (विज्ञान-गणित) महिला आश्रम स्कूल भीलवाड़ा से उत्तीर्ण की। मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑव टेक्नॉलोजी (MNIT) से इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन से बीटेक करने के बाद आकांक्षा प्रशासनिक परीक्षा की तैयारियों में जुट गई।
और RAS 2021 में प्रथम प्रयास में ही 385 वीं रैंक प्राप्त कर चयनित हुई। सीनियर सैकण्डरी में ऑल राजस्थान में 15 वाँ स्थान प्राप्त किया था, तब ही सोच लिया था कि प्रशासनिक अधिकारी बनना है। आकांक्षा अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देती है। इस उपलब्धि पर युगीन साहित्य प्रवाह, विप्र संगठनों, शिक्षक संगठनों सहित प्रबुद्धजन ने बधाई दी।