20 हजार 442 मतदाता बढ़े लेकिन मतदान प्रतिशत में हुई गिरावट: शादी ब्याह का मौसम भी रहा मुख्य कारण
कोटपुतली (इशाक खान) विधानसभा चुनाव को लेकर कोटपूतली विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को बंपर मतदान तो हुआ लेकिन वर्ष 2018 की तुलना में मतदान प्रतिशत में 0.17 प्रतिशत की कमी भी दर्ज की गई। हालांकि इस बार करीब 15 हजार 319 अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं पिछली बार की तुलना में इस बार कुल 20 हजार 442 मतदाता भी बढ़े हुये थे। यहां मतदान को लेकर वोटर्स में काफी उत्साह भी था। लेकिन बावजुद इसके भी मतदान प्रतिशत में बराबरी रहने के बावजुद भी आंशिक कमी ही दर्ज की गई। राजनैतिक विशलेषकों का मानना है कि अगर इस चुनाव की घोषणा जल्दी नहीं होती व शादी ब्याह के मौसम के कुछ बीत जाने के बाद वोटिंग प्रक्रिया होती तो कोटपूतली ही नहीं बल्कि पुरे प्रदेश में रिकॉर्ड मतदान दर्ज किया जाता। वर्ष 2018 से बढ़ी मतदाताओं की वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कोटपूतली विधानसभा क्षेत्र में कुल 228 पोलिंग बूथ थे। जिन पर करीब 02 लाख 06 हजार 297 मतदाताओं में से 01 लाख 58 हजार 589 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जिसका मतदान प्रतिशत 76.87 रहा था। विगत चुनाव की अपेक्षा में यहां मतदाताओं की संख्या 20 हजार 442 बढकऱ कुल 02 लाख 26 हजार 739 हो गई थी। जिनमें 01 लाख 20 हजार 824 पुरूष एवं 01 लाख 05 हजार 915 महिला मतदाता पंजीकृत किये गये थे। वहीं पोलिंग बूथों की संख्या 228 से घटाकर 224 कर दी गई थी। इस बार कुल 01 लाख 73 हजार 908 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ऐसे में करीब 15 हजार 319 अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। लेकिन मतदान प्रतिशत 76.87 से 0.17 प्रतिशत घटकर 76.70 रह गया। जबकि मतदान के लिए इस बार प्रात: 07 से सायं 06 बजे तक रिकॉर्ड 11 घण्टे का समय उपलब्ध करवाया गया था। कई जगह ईवीएम मशीनों के खराब होने एवं पोलिंग प्रक्रिया के धीमी होने के चलते मतदान केन्द्रों पर भीड़ के कारण मतदाता भी वापिस चले गये। इसके चलते भी मतदान प्रतिशत में कमी आई है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा चुनाव अवधारणा लगने के साथ ही स्वीप अभियान के तहत कई गतिविधियां व कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। लेकिन देवउठनी एकादशी के शादी ब्याह के मौसम के बीच चुनाव करवाया जाना लोकतंत्र के उत्सव पर भारी ही पड़ा है।