Rajasthan- मतदान के दिन से गायब ईवीएम का अब तक नहीं लगा सुराग: तलाश में जुटे पुलिस और साइबर एक्सपर्ट
सेक्टर ऑफिसर की कार से रिजर्व ईवीएम चोरी, पुलिस ने छिपाया मामला
जोधपुर में मतदान के दिन से गायब ईवीएम का पुलिस पता नहीं लगा पाई है। जिला कलेक्ट्रेट से बूथ तक के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा चुके है लेकिन ईवीएम कहां गायब हुई इसका सुराग नहीं लग पा रहा है। हालाकि पुलिस के साइबर टीम अभी कैमरों में स्ट की तलाशी ले रही हैलेकिन एक भी ऐसा क्लू नहीं मिला है जिससे ईवीएम तक पहुंचा जा सके। पुलिस के अनुसार अभी जांच चल रही है। उदयमंदिर और रातानाडा थाने के थानाधिकारी सहित साइबर एक्सपर्ट की टीम ईवीएम की तलाश में जुटी है। गत 25 नवंबर को सेक्टर ऑफिसर प्रोफेसर पंकज जाखड़ के पास 6 ईवीएम मशीन जो कि रिजर्व यूनिट की थी वह कार की डिक्की में थी। सेक्टर ऑफिसर पंकज जाखड़ के अधीन पीडब्ल्यूडी ऑफिस और सेंट पैट्रिक स्कूल के मतदान केंद्र थे। सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक मशीन का उपयोग नहीं हुआ लेकिन जब रात को पॉलिटेक्निक कॉलेज में मशीन वापस जमा करवानी थी, उस समय गाड़ी में 5 ईवीएम ही थी एक नहीं मिली। पुलिस ने कलेक्ट्रेट से पीडब्ल्यूडी ऑफिस और सेंट पैट्रिक स्कूल तक के रुट पर सभी कैमरे तलाश रही है। पुलिस को अभी तक की जांच में कोई सफलता हासिल नहीं हुई है। उस दिन ही उदयमंदिर थाने में मामला दर्ज करवा दिया था तभी से पुलिस जांच में जुटी है। उदयमंदिर थानाधिकारी प्रेमदान रतनु ने बताया कि टीम जांच कर रही है। अभी जांच चल रही है। रुट के कैमरों की तलाशी ली जा रही है। बता दें कि 25 नवंबर को मतदान के बाद रिजर्व ईवीएम के गायब होने की सूचना मिली। जोधपुर शहर विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी चंपालाल ने जिला निर्वाचन अधिकारी को इसको सूचना दी। यह सूचना राज्य निर्वाचन विभाग जयपुर को दी गई। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने उदयमंदिर थाने में मामला दर्ज करवाया था। गायब ईवीएम रिजर्व यूनिट की थी अगर पोलिंग होती तो मुश्किलें बढ़ जाती।
सेक्टर ऑफिसर सस्पेंड, सुरक्षा में तैनात होमगार्ड की सेवाएं भी समाप्त
मतदान के दिन जोधपुर में एक सेक्टर ऑफिसर की कार से ईवीएम चोरी हो गई। गनीमत यह रही कि यह ईवीएम रिजर्व रखी हुई थी। इसका उपयोग मतदान के दिन नहीं हुआ था। अगर इसका यूज हुआ होता तो मतदान दुबारा करवाना होता। बड़ी बात तो यह है कि इतनी बड़ी लापरवाही को पुलिस और जिला प्रशासन ने छुपा कर रखा। हालांकि चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने सेक्टर ऑफिसर को तुरंत सस्पेंड किया और होमगार्ड की सेवाएं भी समाप्त कर दी