जिला मुख्यालय पर बेहाल सफाई व्यवस्था: कलेक्टर निवास के पीछे भरा गंदे पानी का तालाब, दुर्गंध और मच्छर-मक्खियों से आसपास रह रहे लोग त्रस्त
पिछले 6 माह से रह रहे अफसर,अब बोले मिट्टी भरवाएंगे
खैरथल ( हीरालाल भूरानी ) स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमने.... रोज सुबह नगरपरिषद की कचरा संग्रह गाड़ी ये गीत सुनाकर लोगों को जागरूक करती है लेकिन ये बोल नगरपरिषद और जिला प्रशासन के अफसरों को सुनाई नहीं पड़ रहे हैं। शहर में जिला कलेक्टर निवास के ठीक पीछे गंदे पानी का तालाब भरा है। आस-पास कचरे के ढेरों की दुर्गन्ध फैली है।
कागज़ों में शहरी क्षेत्र खुले में शौच मुक्त है जबकि इसी तालाब के आस-पास सुबह शाम लोग शौच करते नजर आ जाते हैं।यह हाल केवल कलेक्टर निवास के पीछे नहीं है बल्कि तमाम सरकारी कार्यालयों के चारों तरफ गंदगी के ढेर लगे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि जहां गंदे पानी का तालाब है वहीं से चंद कदम दूरी पर नगरपरिषद कार्यालय है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि नगरीय निकाय आखिर कर क्या रहे हैं ॽ आम लोगों के रहने की जगहों की बदहाली का क्या आलम होगा। गौरतलब है कि जिला बनने से पहले कलेक्टर निवास की जगह यहां कृषि उपज मंडी सचिव का निवास था, करीब 6 माह से जिला कलेक्टर यहां ठहर भी रहे हैं। परिषद के कर्मचारी सिर्फ निवास के सामने सफाई करते हैं। मामले में नगरपरिषद आयुक्त श्याम बिहारी गोयल ने कहा कि जल्द ही टैंडर करके गंदे पानी के तालाब को मिट्टी से भरवाकर साफ सफाई करा दी जाएंगी।