जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 व 35 ए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत
लक्ष्मणगढ़ (अलवर/कमलेश जैन) जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 व 35ए के बारे में 11 दिसंबर को आया सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का दिल्ली विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर भाजपा नेता डॉ श्यामसुंदर मीना ने स्वागत किया है।उनका कहना है कि जम्मू कश्मीर प्राचीन काल से ही भारतवर्ष का अभिन्न हिस्सा रहा है।इसके बारे में हमारे सभी प्राचीन ग्रंथों में इसका वर्णन मिलता है। कल्हण की राजतरंगिणी में काफी सुंदर विवरण मौजूद हैं। मैंने कई बार यहां की यात्रा की है एवम् इसकी हसीन वादियों का आनंद लेने का सौभाग्य मिला है। हमारा सौभाग्य है कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इसे भारत का अभिन्न अंग बनाया है और इसका स्वागत आम जनता से लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी किया है। सोचने योग्य है कि स्वंतत्रता समय कुछ समय के लिए के बाद 35ए को जोड़कर कश्मीर को भारत से और दूर करने का प्रयास किया,जो बहुत गलत कदम था। मेरी 2014 की यात्रा के दौरान वहां अनेक छात्र छात्राओं से वार्तालाप की और उनका कहना था की हमें हमेशा भारत के साथ रहना है एवम् हम भी अन्य राज्यों के छात्रों की तरह दिल्ली पढ़कर हमारा भविष्य बनाना चाहते हैं, लेकिन यहां के कुछ दकियानूसी सोच के लोग हमें ऐसा करने से रोकते हैं। उनका कहना था कि भारत ही हमारा भविष्य है। आज उन लाखों छात्रों के सपने साकार हो रहे हैं और कश्मीर का चहुंमुखी विकास हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक निर्णय से भारत के विकास की नींव को और मजबूत करने का कार्य किया है।