प्रिंसिपल कक्ष में महिला शिक्षिका की तबियत बिगड़ी: हालत नाज़ुक होने पर किया अलवर रैफर
खैरथल ( हीरालाल भूरानी ) शहर के सीनियर हायर सेकेंडरी स्कूल में हूए अजीबो-गरीब ड्रामे में महिला शिक्षिका प्रिंसिपल रूम में बेहोश होकर गिर पड़ी। जिसे सेटेलाइट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने हालात नाजुक बताते हुए अलवर रैफर कर दिया। घटना के बाद स्कूल में भय व अफरातफरी का वातावरण बन गया।
स्कूल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसी विद्यालय की तृतीय श्रेणी की अध्यापिका अंजू बाला यादव को प्रिंसिपल की ओर से बार बार नोटिस जारी कर तंग किया जा रहा था। शुक्रवार को प्रिंसिपल की ओर नोटिस का जवाब देने के लिए जब शिक्षिका प्रिंसिपल के समक्ष उपस्थित होकर जवाब की रिसिप्ट मांगी तो प्रिंसिपल तेज आवाज में भला बुरा कहने लगा तथा अपशब्द बोले। जिसके चलते महिला अध्यापिका वहीं बेहोश होकर गिर पड़ी। जिसे स्टाफ के अन्य साथियों ने सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया । अस्पताल में भर्ती अंजू बाला ने बताया कि वह छोटी क्लास तक की इंचार्ज है जिसे डाक सहित अन्य कार्यों के लिए जबरन दबाव बना रहा टार्चर किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि एक भामाशाह महिला की ओर से गत दिनों स्कूल में बच्चों को टाफियां वितरण के लिए प्रिंसिपल को देकर गई थी। प्रिंसिपल ने चार पैकेट में से दो पैकेट बच्चों को बांटने के लिए मुझे दिए,इन टाफियों का हिसाब मांगने लगे।उसी बात को लेकर नोटिस थमा दिया। पीड़ित अध्यापिका ने बताया कि प्रिंसिपल द्वारा आए दिन उसे प्रताड़ित करने, अपशब्द बोलने से वह इतनी परेशान हो गई कि अब नौकरी छोड़ने को बजबूर हो गई है। प्रिंसिपल के गलत रवैए से वह डिप्रेशन में आकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेना चहती है। उन्होंने बताया कि उनके पति को कैंसर जैसी भयावह बीमारी है तथा स्वयं भी दिल की मरीज हैं। स्कूल में मिले अन्य साथी अध्यापकों ने बताया कि स्कूल का वातावरण प्रिंसिपल ने दूषित कर दिया है। स्टाफ व प्रिंसिपल में आपसी सामंजस्य नहीं होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।