युगीन साहित्य प्रवाह का अधिवेशन 24-25 को माँडल में
भीलवाड़ा : राजकुमार गोयल
भीलवाड़ा. जिले की सबसे बड़ी साहित्यिक संस्था युगीन साहित्य प्रवाह का वार्षिक अधिवेशन 24 और 25 दिसम्बर को माँडल कस्बे की सैन वाटिका में आयोजित होगा। संयोजक योगेश दाधीच योगसा ने बताया कि पुर और गुरलां में दो अधिवेशन आयोजित होने के बाद तृतीय अधिवेशन माँडल में आयोजित हो रहा है। आयोजन की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है। क्षेत्र के लगभग 100 साहित्यकार इसमें भाग लेंगे। प्रतिवर्ष होने वाले अधिवेशन में साहित्यिक उन्नयन के लिए चर्चा और वार्ताएं आयोजित होती है। 24 दिसम्बर सायं पंजीयन के बाद रात्रि में प्रसिद्ध गजल गायक डॉ. दीपेश विश्नावत गजल गायन करेंगे। उसके पश्चात काव्यगोष्ठी का आयोजन होगा। अधिवेशन के दूसरे दिन चर्चा और वार्त्ता सत्र में बालवाटिका के संपादक वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. भैरू लाल गर्ग, पूर्व प्राचार्य डॉ. रविकांत सनाढ्य, चित्रकार और विचारक केजी कदम, पूर्व एडीईओ गोपाल लाल दाधीच, बाल साहित्यकार डॉ. सत्यनारायण सत्य, राजस्थानी साहित्यकार अक्षयराज सिंह झाला, सतीश कुमार व्यास आस, हास्य कवि दीपक पारीक, सहायक आचार्य सूर्यप्रकाश पारीक, उपाचार्य रामावतार शर्मा सहित वरिष्ठ और युवा साहित्यकार भाग लेंगे। योगेश दाधीच वर्षभर की गतिविधियों की जानकारी प्रदान करेंगे। समूह के पंजीयन के पश्चात कार्यकारिणी की घोषणा भी की जाएगी। चन्द्रेश टेलर आय-व्यय का लेखाजोखा प्रस्तुत करेंगे। यायावर लेखक ऋषभ भरावा की पुस्तक 'सागरमाथा की ओर' तथा समूह के रचनाकारों की पुस्तक 'कलरव' का विमोचन किया जाएगा। सभी पोस्टर प्रकाश परासर द्वारा तैयार किये जायेंगे। अधिवेशन के लिए कृष्णगोपाल सेन को व्यवस्थापक बनाया गया है।
डॉ गर्ग और डॉ सत्य का अभिनंदन होगा
डॉ. भैरुँ लाल गर्ग को प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था समन्वय द्वारा सारस्वत पुरस्कार प्राप्त होने और डॉ सत्यनारायण सत्य को राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा शम्भूदयाल सक्सेना बाल साहित्य पुरस्कार प्राप्त होने पर दोनों का अभिनंदन किया जाएगा।