राष्ट्रीय महिला आयोग की अनुसंधान सहायक ने किया जेल का निरीक्षण
अलवर,राजस्थान (अनिल गुप्ता )
अलवर राष्ट्रीय महिला आयोग की अनुसंधान सहायक राकेश रानी एवं विशेष प्रतिवेदक श्रेया सैन ने केन्द्रीय कारागृह अलवर का निरीक्षण कर ओपन कैंप, महिला बंदियों से वार्ता कर उनकी जरूरत एवं दिनचर्या के बारे में अलग अलग जानकारी ली।
केन्द्रीय कारागृह, अलवर, आज दिनांक 19.12.2023 को प्रातः 11:30 बजे राष्ट्रीय महिला आयोग की अनुसंधान सहायक राकेश रानी एवं विशेष प्रतिवेदक श्रेया सैन ने कारागृह परिसर में स्थित बंदी खुला शिविर का निरीक्षण किया। जेल अधीक्षक प्रदीप लखायत ने बताया कि पूरे भारत वर्ष में बंदी खुला शिविरों की सर्वाधिक संख्या अकेल राजस्थान प्रदेश में है जो कि अपने आप में देश में रॉल मॉडल है। खुला बंदी शिविर में सजा भुगत रही महिलाओं की स्थिति और उनका मूल्यांकन करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय महिला आयोग का यह विशेष दल आज सेंट्रल जेल पहुंचा। उन्होंने बताया कि ओपन जेल में रह रही महिला बंदियों की दशा और दिशा में और अधिक सकारात्मक सुधार लाने के उद्देश्य से यह निरीक्षण किया गया।
एनसीडब्ल्यू टीम के दो सदस्यीय दल द्वारा कारागृह परिसर में स्थित बंदी खुला शिविर का दौरा कर ओपन शिविर में सजा भुगत रही महिला बंदियों की दैनिक दिनचर्या उनके आवास, आय के साधन, चिकित्सा-स्वास्थ्य व कारागार विभाग की ओर से मिल रही सुविधाओं की समीक्षा की इस दौरान एनसीडब्ल्यू टीम की ओर से आई भैया सेन व राकेश रानी अनुसंधान सहायक ने ओपन कैम्प की महिला बंदियों से अलग-अलग बात कर उनकी रोजमर्रा की जरूरत व दैनिक दिनचर्या के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग 1990 के राष्ट्रीय महिला आयोग अधिनियम के तहत गठित एक वैधानिक निकाय है। एनसीडब्ल्यू अधिनियम की धारा 10 के अनुसार आयोग को किसी भी जेल, रिमांड होम, महिला संस्थान या अन्य स्थानों का निरीक्षण करना अनिवार्य है। उन्होनें बताया कि निरीक्षण के दौरान महिलाओं की समीक्षा का उद्देश्य यह सुनिश्चित करता है कि ऐसे संस्थानों में महिलाओं की गरिमा और अधिकार सुरक्षित और इन महिलाओं को उपचारात्मक कानूनी चिकित्सा और सामाजिक संसाधनों तक पहुंच प्राप्त हो सके। इस दौरान जेल अधीक्षक प्रदीप लाखावत,जेल उपाधीक्षक मुक्ति यदुवंशी , निरीक्षक नरेश शर्मा निरीक्षक कोतवाली अलवर , सुमेर सिंह कारापाल , राजेश मीणा उपकारापाल , सुनील यादव प्रभारी बंदी खुला शिविर सहित अन्य कारागृह अलवर के कर्मचारी मौजूद थे।