पुर्ववर्ती सरकार का फोकस चिरंजीवी योजना पर, आयुष्मान चिरंजीवी कार्ड की 46.2 प्रतिशत केवाईसी, भरतपुर 9 वें नंबर पर

Dec 24, 2023 - 10:17
Dec 24, 2023 - 14:41
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पुर्ववर्ती सरकार का फोकस चिरंजीवी योजना पर, आयुष्मान चिरंजीवी कार्ड की 46.2 प्रतिशत केवाईसी, भरतपुर 9 वें नंबर पर

प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकार का फोकस मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना पर रहा, इसलिए केंद्र सरकार के आयुष्मान चिरंजीवी कार्ड की 2 लाख 12 हजार 102 परिवारों के 10 लाख 35 हजार 792 लोगों के लक्ष्य के मुकाबले मात्र 46.2 प्रतिशत ही केवाईसी हुई है। यानी 4 लाख 78 हजार 876 लोगों की ई केवाईसी हुई है। इसलिए भरतपुर जिला प्रदेश में ई केवाईसी में 9 वें नंबर पर है । जबकि झालावाड़ 5.81लाख में से 3.43 लाख लोगों की ई केवाईसी कर पहले नंबर पर है।पूरे प्रदेश में 2.85 करोड़ में से 41.4 प्रतिशत कार्डो की ही ई केवाईसी हो पाई है।ये उन पात्र परिवारों के सदस्य हैं जो सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 में चिह्नित किए गए थे। तत्कालीन गहलोत सरकार ने मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना पर फोकस किया था। इसलिए लोगों ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना पर ध्यान नहीं दिया और इससे लोग नहीं जुड सके । अब प्रदेश में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की भाजपा सरकार आते ही इस पर फोकस बढ़ा दिया है। और अफसरों ने भी पाला बदल लिया है। अब शनिवार को सीएमएचओ भरतपुर व डीग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके मॉनिटरिंग करके लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं ।ई केवाईसी का कार्य प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना मोबाइल ऐप से किया जाना है ।जो सिर्फ आधार कार्ड से ही संभव है। आयुष्मान कार्ड परिवार के हर सदस्य को जारी किया जाएगा। यह काम आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से कराया जाएगा । ये कार्ड उन्हीं लोगों को बनेंगे जो ई केवाईसी कराएंगे ।इसी कार्ड के जरिए पात्र लोगों को 5 लाख रुपए तक का सरकारी अस्पतालों और पंजीकृत प्राइवेट अस्पतालों में इलाज हो सकेगा।

 लक्ष्य पूरा नहीं होने पर बीसीएमओ की जिम्मेदारी होगी तय

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विभाग भरतपुर ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित कर सीएमएचओ भरतपुर के डॉक्टर लक्ष्मण सिंह एवं डीग के डॉक्टर मानसिंह ने आयुष्मान चिरंजीवी कार्ड की ई केवाईसी की प्रगति की समीक्षा करते हुए इस कार्य को 20 जनवरी 2024 तक पूरा करने के निर्देश दिए है ।उन्होंने कहा कि खराब प्रदर्शन करने वाले खंडों में बीसीएमओ की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने कहा कि लाभार्थी स्वयं अपने मोबाइल के माध्यम से ई केवाईसी कर आयुष्मान कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। या अपने क्षेत्र की एएनएम,सीएचओ एवं आशा सहयोगिनी से संपर्क कर आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं ‌।उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान शत प्रतिशत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बने, यह राज्य सरकार की प्राथमिकता है ।साथ ही ग्राम स्तर पर आयोजित शिवरों में गैर संचारी रोगों की जांच, टीवी की स्क्रीनिंग सहित कल्याणकारी योजनाओं से वंचित लोगों को जोड़ा जा रहा है ।इसी के तहत इन शिविरों में आयुष्मान कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है ।साथ ही सभी को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर ई केवाईसी कराएं।इस अवसर पर आरसीएचओ भरतपुर एवं डीग डीटीओ , समस्त सीएससी एवं पीएसी एवं यूपीएचसी प्रभारी ,जिला कार्यक्रम समन्वयक आईईसी एवं आशा ,खंड कार्यक्रम प्रबंधक, खंड आशा समन्वयक मौजूद थे ।

लोगों को मिलने वाले लाभ 

  • प्रत्येक पात्र परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख तक का निशुल्क इलाज।
  • देश भर के किसी भी चिन्हित सरकारी या निजी अस्पताल में मुक्त इलाज की सुविधा 
  • भर्ती होने से 7 दिन पहले तक की जांचें ,भर्ती के दौरान उपचार व भोजन और डिस्चार्ज होने के 10 दिन बाद तक का चेकअप व दवाएं निशुल्क उपलब्ध ।
  • भर्ती होने पर कोरोना, कैंसर ,गुर्दा रोग, ह्रदय रोग, डेंगू, चिकुनगुनिया आदि का इलाज होगा।

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