काग्रेस के कुशासन समाप्त :-भाजपा के शासन आते ही सक्रिय हुआ खनन माफिया
मेवात में पर्वतो पर अवैध खनन के कारोबार से सरकार को प्रतिदिन करोड़ों का नुकसान-बृज की संस्कृति को खण्ड खण्ड करने का कुचक्र माफिया सक्रिय - राधाकांत शास्त्री
पहाड़ी(डीग)-काग्रेस कुशासन जाने के बाद भाजपा सरकार बनते ही फिर खनन माफिया सक्रिय हो गया है।ब्रज क्षेत्र केसंरक्षित वन क्षेत्र में खनन माफिया की ओर से अवैधखनन की गतिविधि शुरू हो गई है।अवैेध खनन, अवैेध रायल्टी बसूली, अवेैध ऑवरलोडिंग परिवहन का गोरख धंधा परवान पर है
यह बात मानमन्दिर बरसाना के कार्यकारी अध्यक्ष राधा कान्त शास्त्री ने जयपुर के एस.एम.एस में भर्ती बाबा हरिबोल दास की कुशलक्षेम पूछने आने के दौरान कही है।उनका कहना था की बाबा हरिबोलदास का उपचार योग्य चिकित्सको की देख रेख मे चल रहा है। लेकिन अभी हरिबोल बोलने की स्थिति में नही है। उनके स्वास्थ्य होने पर ही उनके साथ घटित घटना का स्पष्ट खुलासा हो सकेगा।जी-एक्सप्रेस के संवाददाता के पूछे जाने पर कहॉ की कुछ मिडियाकर्मी खनन माफियाओ से रसूखात के चलते गलत समाचार प्रकाशित कर बाबा की छबि को धूमिल करने का असफल प्रयास कर रहे है। जिनके सभी प्रशो्र को उत्तर समय आने पर दिऐ जावेगे।
ये लगाऐ आरोप-
शास्त्री ने आरोप लगाते हुए कहॉ हेै की अवेध माफियाओं का स्थानीय प्रशासन, परिवहन विभाग, खनिज विभाग के रसूखात के दम पर करोबार जारी है।यहॉ तक की खनन माफिया खनिज विभाग के रसूखात के दम पर मेजर लीजो मेें बोल्डर का पत्थर निकालने के जोड तोड मे जुटा हुआ है। रायल्टी के नाके नियमानुसार स्थापित नही है। अवेैध टोकन का खेल जारी है। जिसमे क्रशर संचालिक भी शामिल है। अवेध खनन रूकने का नाम नही ले रहा है। स्थानिय प्रशासन व रसूखदार राजनेताओं की मिलीभगत के चलते नागल में पूर्व में भरभरा कर गिरी अवेध खानो मे आज तक ठोस कार्रवाही नही हो सकी हेै जिन खानो में करोडो का पत्थर पर खनन माफिया की नजर है।
बाबा की घटना षडयंत्र का हिस्सा
शास्त्री ने मुख्यमंत्री की ओर इशारा करते हुए कहॉ की उनके गृह जिले में ब्रज क्षेत्र की संरक्षित पहाडिय़ों पर अवैध खनन का गोरख धंधा बदस्तूर जारी है। विगत 30 दिनों से जब से नई सरकार के बनने की सरगर्मी तेज हुई है, तब से ब्रज के पर्वतीय वन क्षेत्र में अवैध खनन की रफ्तार बहुत तेज हो गई है । डीग जिले के कैथवाड़ा, कामा, सीकरी, पहाड़ी, गोपालगढ़ में खनन माफिया बेखौफ हो गया है। ऑवरलोडिंग रूकने का नाम नही ले रहा है।ब्रज के अत्यंत पवित्र आदि बद्री, कंकाचल स्वर्णागिरी,नांगल अंजनी माता आदि पर्वतों पर भारी मात्रा में खनन किया जा रहा है। क्षेत्र के लोग समय समय पर भैसेडा आश्रम पर रहने वाले संत हरिबोल दास से शिकायत करते रहे हेै जिसकी बाबा हरिबोल दास प्रशासन से समय समय पर शिकायत करते रहे हेै लेकिन परिवहन विभाग से लेकर स्थानिय प्रशासन लापरवाही करता रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दास्त नही किया जावेगा। हरिबोल की घटना षडयंत्र का हिस्सा है
कृष्ण की क्रीडास्थली बचाने के संत ने दिया बलिदान
राधारानी -भगवान कृष्ण की क्रीडा स्थली केे पर्वतो को बचाने के लिए प्रशासन व तत्कालीन सरकार के कुशासन के कारण संत विजय दास के जीवन बलिदान देना पडा है उसके बाद सरकार ने ब्रज के पर्वतीय क्षेत्रो को वन संरक्षित घोषित किया है। उसके बाद भी खनन माफिया के हौसले बुलंदी पर है।ं जिसका मुख्य कारण स्थानीय पुलिस प्रशासन का पूर्ण सहयोग व जिला प्रशासन की संवेदनहीनता- रसूखदार राजनेताओं की अक्र मणता दिखाई दे रही है । उसके परिणाम स्वरूप प्रमुख संत हरीबोल दास भरतपुर में गंभीर रूप से दुर्घटनाग्रस्त हुए थे इस बात से इंनकार नही किया जा सकता बाबा की दुर्घटना एक निश्चित सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा हो सकता है।
संत भूरा बाबा ने बताया कि हरि बोल बाबा विगत लंबे समय से ओवरलोडिंग वाहनों और अवैध खनन के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं व अधिकारियों को बार-बार चेता रहे हैं। हाल ही में उन्होंने यह निर्णय लिया था कि अगर राज्य सरकार व जिला प्रशासन अविलंब ओवरलोडिंग वाहनों को बंद नहीं करता है तो वह पुन: आमरण अनशन पर बैठेंगे। कहीं ना कहीं इसी के चलते हरि बोल बाबा पर जानलेवा हमले सम्भावना से इंन्कार नही किया जा सकता है। वही जयपुर में हरि बोल बाबा के साथ आंदोलन के महत्वपूर्ण कार्यकर्ता व समाज सेवी मुकेश शर्मा ने आरोप लगाया है की बाबा के ऊपर निश्चित रूप से किसी के षडयंत्र हिस्सा हो सकता है।जिसके कारण आज उनका जीवन संकट में पड़ गया । उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व राज्य सरकार से अपील की है कि इस संदर्भ में तुरन्त उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराई जाने की मांग की है।