एटीएम मशीन को उखाड़ कर लूटने जाने वाली वारदात का पर्दाफाश :अन्तर्राज्यीय गैंग के चार शातिर गिरफ्तार
कोटपूतली थाना पुलिस ने अन्तर्राज्यीय गैंग के चार शातिर अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
कोटपूतली।(बिल्लूराम सैनी) स्थानीय थाना पुलिस ने विगत 09 व 10 दिसम्बर की दरमियानी रात को कस्बे के कृष्णा टॉकिज के सामने स्थित पीएनबी बैंक के एटीएम मशीन को उखाड़ कर लूट कर ले जाने वाली वारदात का पर्दाफाश करते हुए अन्तर्राज्यीय गिरोह के चार शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता हांसिल की है। उल्लेखनीय है कि विगत एक माह पूर्व हुई इस वारदात ने कोटपूतली में पुलिस के होश उड़ा दिये थे। एसएचओ राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि वारदात को गंभीरता से लेते हुए एसपी रंजीता शर्मा ने जल्द से जल्द खुलासा कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिये थे। इस सम्बंध में एएसपी नेम सिंह व डीएसपी मदन लाल जैफ के निर्देशन एवं सुपरविजन में एसएचओ राजेश कुमार शर्मा की विशेष टीम का गठन किया गया था। गठित टीम ने कड़ी मेहनत व लगन से कार्य करते हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विशलेषण कर, तकनीकी सहायता एवं आसूचना का संकलन कर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार इस सम्बंध में बैंक के उप प्रबंधक जगदीश कुमार मीणा ने दर्ज करवाया था कि 10 दिसम्बर को 03 बजे प्रबंधक संदीप मीणा को फोन पर सूचना मिली कि पीएनबी बैंक का एटीएम अपनी लोकेशन नहीं दिखा रहा है। इस पर बैंक के एटीएम पर करीब 3.15 बजे पहुंचा तो वहां एटीएम कमरे का दरवाजा ऊपर उठा हुआ था एवं अज्ञात लोग एटीएम मशीन को तोड़ कर ले गये थे। मशीन में 08 दिसम्बर को ही 25 लाख 22 हजार रूपयों की नकदी डाली गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि अभियुक्तगण बड़ी ही शातिर किस्म के अपराधी है। जो घटना से पूर्व व घटना के बाद अपने मूल निवास स्थान को छोडकऱ किसी निर्जन स्थान व यमुना नदी के किनारे भेष बदलकर मजदुरों की तरह रहते है। जहां पर सीसीटीवी कैमरे आदि नहीं होते, उस स्थान को चुनकर वहीं से अपराध करने की योजना बनाकर अलग-अलग राज्यों में जाकर घटना को अन्जाम देते है। वारदात के बाद निर्धारित मार्ग से ना आकर लम्बे रास्तों से मार्ग बदलकर ग्रामीण रास्तों से वापस आते है। घटना से पहले या बाद में मोबाईल फोन का प्रयोग नहीं करते है। अभियुक्तगणों द्वारा पुरे देश के अलग-अलग राज्यों में जाकर सुनसान व बिना गार्ड वाले एटीएम मशीनों की रैकी की जाती है। एटीएम मशीन में घुसकर सीसीटीवी को काले रंग के स्प्रे से धुंधला कर दिया जाता है। इसके बाद सब्बल व छैनी की सहायता से एटीएम मशीन के पीछे चोक मारकर जगह बनाते है। उसके बाद एटीएम मशीन को रस्से व पट्टे की सहायता से गाड़ी में फंसाकर लोहे के हुक्कों को रस्सी से बांधकर गाड़ी की सहायता से झटका मारकर उखाड़ते है। उसके बाद मशीन को गाड़ी में रखकर साथ ले जाते है। सुनसान स्थान देखकर एटीएम मशीन को काटकर उसमें से रूपया निकाल लेते है। गैंग द्वारा स्कारपियो गाड़ी से राजस्थान, मथुरा, दिल्ली, हरियाणा व उत्तराखण्ड में वारदात की गई है। घटना के बाद अपने घरों पर ना तो रहते है एवं ना ही मोबाईल फोन का प्रयोग करते है। जिसके कारण ये लोग खुलेआम घुमते रहते है। साथ ही किसी भी व्यक्ति को इनके बारे में जानकारी नहीं होती है। घटना के उपरान्त ये लोग पुलिस को भ्रमित करने के लिए सफेद स्कारपियो में अलग-अलग नम्बरप्लेट लगाकर व नम्बरप्लेट हटाकर वारदात को अन्जाम देते थे। गैंग ने दिसम्बर माह के मात्र दस दिन में पाँच राज्यों के विभिन्न स्थानों पर एटीएम मशीन उखाडऩे की वारदात को अन्जाम दिया है। पुलिस ने गैंग के सदस्यों तासीम उर्फ काला उर्फ पहलवान (34) पुत्र आशीक अली जाति मल्ला मुसलमान, नाजिम (28) पुत्र कदीर मुसलमान, शमसुद्दीन उर्फ शम्सु (35) पुत्र मौहम्मद हसन जाति मल्ला मुसलमान, इन्तेजार (42) पुत्र असगर जाति मल्ला मुसलमान चारों निवासी सहारनपुर, उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा सभी अभियुक्तों से गहनता के साथ पुछताछ की जा रही है।