महाराष्ट्र के 57 वे निरंकारी संत समागम की तैयारी उत्साह पूर्वक: भक्ति भाव से परिपूर्ण निष्काम सेवाओं का दिखा मनोरम दृश्य
खैरथल (हीरालाल भूरानी)
महाराष्ट्र की 57 में वार्षिक निरंकारी संत समागम का भव्य रूप में आयोजन परम पूजनीय सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राज पिता रमित जी जी के पावन सानिध्य में नागपुर के विशाल मैदान में होने जा रहा है
संत निरंकारी मंडल खैरथल के मीडिया सहायक कविता आहूजा ने बताया कि इस विशाल आध्यात्मिक संत समागम को सफल बनाने हेतु खैरथल भर से स्वैच्छिक सेवाओं में हजारों की संख्या में निरंकारी सेवा दल के सदस्य एवं श्रद्धालु भक्त बड़ी ही लगन निष्ठा और निष्काम भावना से समागम स्थल पर पहुंचकर उत्साह पूर्वक अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं और अग्रिम सेवा के लिए पहुंच रहे हैं इसी क्रम में खैरथल के निरंकारी भाई-बहन समागम में जाने के लिए तैयारी कर रहे हैं और रिजर्वेशन करवा रहे हैं
भक्ति और सेवा के इतिहास में निरंकारी संत समागम एक तत्व प्रेम और विश्व बंधुत्व का एक ऐसा अनुपम स्वरूप प्रदर्शित करता है जिसमें केवल निरंकारी भक्ति ही नहीं अपितु परमात्मा में आस्था रखने वाला प्रत्येक मानव सम्मिलित होकर सतगुरु की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए अपने जीवन को सार्थक बना रहा है
महाराष्ट्र के वार्षिक निरंकारी संत समागम में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विभिन्न संस्कृति एवं सभ्यताओं का एक ऐसा अनुपम संगम दृश्य मन होगा जिससे जिसमें सम्मिलित होकर सभी श्रद्धालु भक्त एवं प्रभु प्रेमी सज्जन अलौकिक अनुभूति को प्राप्त करेंगे मानवता एवं भाईचारे की सुंदर भावना को दृढ़ता प्रदान करना है ।