मकर संक्रांति के त्योहार से बाजार में रौनक, तिल के आइटम ऊनी कपड़ों की बढी बिक्री
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) कमलेश जैन
मकर संक्रांति के चलते बाजार में इन दिनों खरीदारी जोरों पर है। बाजारों मे रौनक बनी हुई हैं। कस्बे में पुरानी सब्जी मंडी स्थित अमावस्या एवं पूर्णमासी को लगने वाले बाजार में पुस्तकालय के पास पुराने थाने के पीछे मालाखेड़ा रोड पटवार घर के पास बाजारों में गुरुवार को दिन भर महिलाएं खरीदारी करती नजर आईं। किसी ने भगवान के लिए कपडे खरीदे तो किसी ने मकर संक्रांति के पर्व पर दान करने हेतु पुजारी के लिए। इसके साथ ही बड़े बुजुर्गों का दान करने के लिए गर्म कपड़े टोपियां आदि खरीद की। महिलाओं ने इस बार दान में देने के लिए प्लास्टिक के आइटम बहुत अधिक खरीदे गए। इसके साथ ही शॉल, स्वेटर, मोजे, टोपे भी खरीदे गए। योग शिक्षक पंडित लोकेश कुमार के अनुसार मकर संक्रांति के दिन एक साथ चौदह सामान का दान किया जाता है। मकर संक्रांति के चलते दुकानदारों मे भी खुशियां देखी गई । इस अवसर पर खूब बिक्री होने से कमाई हो रही है। मकर संक्रांति का पर्व दान पुण्य के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन दान पुण्य की परंपरा प्राचीन काल से निभाई जाती हैं। जिसमें अपने से बड़ों को कपड़े , तिल के पकवान व नगद राशि दी जाती है। इसमें पीहर व ससुराल पक्ष दोनों को ही मक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। मकर संक्रांति पर तिल का दान करने की परंपरा है। इसके साथ ही खिचड़ी भी इस दिन दान की जाती है। बाजार में तिल के लड्डू, तिल की गजक, रेवड़ी सहित अन्य सामानों की दुकानों व ठेलियों पर भी खरीदारों की भीड़ रही