साण्डे़राव में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती मनाई
तखतगढ,पाली (बरकत खां )
आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक साण्डे़राव में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर आचार्य प्रवीण कुमार सिंघल ने बताया कि स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था. वे वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे. उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता के एक मध्य परिवार में हुआ था,उनकी जयंती को देशभर में युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
भारत के प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद का पूरा जीवन युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत है, उन्होंने न सिर्फ अपने भाषणों से बल्कि अपने पूरे जीवन काल में जैसे उद्धरण प्रस्तुत किए वो दुनिया को सिखाने वाले हैं.
उनके काम और विचार युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं. युवाओं की विचारधारा और जीवन को सही दिशा देने के उद्देश्य 1985 में भारत सरकार ने स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की थी। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन आचार्य पिन्टू कुमार , रणजीत सिंह ने किया। मेहन्दी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बहिन नेहा कुमारी कक्षा अष्टमी एवं द्वितीय स्थान बहिन ममता कुमारी कक्षा नवमी ने प्राप्त किया। विचार प्रस्तुतीकरण में प्रथम स्थान अलकेश कक्षा पंचमी ने प्राप्त किया और गीत प्रतियोगिता में प्रथम स्थान डॉली भाटी कक्षा पंचमी एवं द्वितीय स्थान बहिन दीया कुमारी कक्षा पंचमी ने प्राप्त किया।
इस कार्यक्रम के दौरान आचार्य गणेशाराम, विनोद कुमार, अविनाश मालवीया, बाबूलाल, प्रकाश कुमार,विक्रम सिंह, कृष्णा त्रिवेदी, जशोदा कुमारी, शारदा कुमारी,सुशीला कुमारी एवं सेविका भुरी बाई उपस्थित रहे।