रामगढ़ मे सैकड़ों जैन अनुयायियों के साथ जैन संत 108 श्री विशुद्ध सागर महाराज का 27 भिक्षु संतों के संघ के साथ मंगल प्रवेश
रामगढ़ /अलवर /राधेश्याम गेरा
शनिवार सायं काल में नौगांवा से रामगढ़ सैकड़ों जैन अनुयायियों के साथ जैन संत 108 श्री विशुद्ध सागर महाराज का 27 भिक्षु संतों के संघ के साथ मंगल प्रवेश हुआ।
रामगढ़ जैन मंदिर पर प्रवचन देते हुए श्री विशुद्ध सागर महाराज ने कहा कि आज के बच्चे और युवा छोटी छोटी बातों से मानसिक दबाव में आकर आत्म हत्या कर रहे हैं जो कि गलत है इससे अपना और अपने परिवार का नाम मिट्टी में मिला रहे हैं। बच्चों को मदपान और मांसाहार से बच शुद्ध शाकाहारी बने और शांतचित्त रह आत्महत्या करने से बचें। शाकाहारी भोजन से मानसिक और आध्यात्मिक विकास होगा। और मूक प्राणी यानी ना बोल पाने वाले पशु-पक्षियों के जीव हत्या के पाप से बच सकते हैं।
साथ ही कहा कि यदि आज हमारे देश के जनप्रतिनिधि इमानदारी और कर्तव्य निष्ठा से कार्य करें तो हमारा देश पहले से ज्यादा सोने की चिड़िया बन सकता है।
प्रवक्ता अजीत जैन ने बताया प्रवचन के पश्चात जैन मंदिर में बने ध्यानघर में बच्चों द्वारा जैन संतों के समक्ष अनेकों भजनों की प्रस्तुतियां दी।
इस दौरान रामगढ़ जैन समाज अध्यक्ष प्रदीप कुमार मित्तल, प्रवक्ता अजीत जैन,रामजीलाल जैन,महावीर जैन, अधिवक्ता मोहित जैन, अधिवक्ता राजेश जैन,मनीष जैन,नवीन जैन सहित समाज के अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे । जैन मुनि संघ ने आज प्रातः नित्यकर्म के पश्चात बड़ौदामेव के लिए प्रस्थान किया।जैन संतों के साथ रामगढ से बड़ौदामेव तक सैकड़ों जैन समाज के लोग साथ छोड़ने गए।